10 से 25% तक बढ़े झालरों के दाम, लखनऊ में हर साल 100 करोड़ का कारोबार

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(www.arya-tv.com)दिवाली को लेकर बाजार सज चुके हैं। लेकिन महंगाई से आम आदमी और कारोबारी दोनों परेशान हैं। चाइनीज से लेकर इंडियन झालर तक महंगी हो गई है। स्थिति यह है कि 15 दिन के भीतर 20 से 30 फीसदी तक रेट बढ़ गए हैं। कारोबारियों का कहना है कि कच्चा माल और लागत बढ़ने की वजह से यह स्थिति आई है। लखनऊ से आस-पास के 10 जिलों को माल सप्लाई होता है। हर साल 100 करोड़ रुपए से ज्यादा का कारोबार है, लेकिन इस बार यह आंकड़ा पहुंचना मुश्किल लग रहा है।

नाका में झालर कारोबारी नरेंद्र का कहना है कि रेट लगातार बढ़ रहा है। इसका असर कारोबार पर भी पड़ेगा। बताया कि पिछले साल की तुलना में मार्केट काफी डाउन है। झालर में जो लाइट होती है, वह चाइना की होती है। उसके निर्यात में दिक्कत आई है, इसकी वजह से यह परेशानी उठानी पड़ी है।

जिस रेट पर माल बेचा, अब उस पर खरीद भी नहीं मिल रही है

कारोबारी नरेंद्र और गुरुमीत सिंह राजू का कहना है कि कभी कुछ महीने पहले तक उन लोगों ने जिस रेट पर माल बेचा है, उस पर खरीद नहीं पा रहे है। इसका मतलब साफ है कि पिछले मुनाफे वाली कीमत पर मौजूदा खरीद पहुंच चुकी है। स्थिति यह है कि सबसे कम कीमत वाला झालर जो कभी 28 रुपए में आता था उसमें करीब 25 फीसदी तक रेट बढ़ गए हैं। इस बार उसको 38 रुपए में बेचा जा रहा है।

लखनऊ की महिलाओं द्वारा बनाया झालर आकर्षण का केंद्र

हालांकि इस बार लखनऊ की महिलाओं द्वारा बनाया गया झालर आकर्षण का मुख्य केंद्र है। गुरुमीत बताते हैं कि इसकी कीमत करीब 400 से 500 रुपए तक है। इसको महिलाओं ने अपनी हाथ से बनाया है। इसमें लगने वाले लाइट को छोड़ दिया जाए तो 90 फीसदी आइटम भी स्वदेशी है। ऐसे में इसकी डिमांड भी इस बार खूब है।

डोर कैंडल और न्योन पांच बल्ब नया आइटम

बाजार में वैसे तो ज्यादातर पुराने आइटम दिख रहे हैं, लेकिन डोर कैंडल इस बार नया आइटम है। इसकी कीमत करीब 500 रुपए है। न्योन पांच बल्ब झूमर भी नया है। कारोबारियों का कहना है कि एक झूमर 500 से 550 रुपए के बीच बिक रहा है। हालांकि इसकी डिमांड भी बहुत है।