शादी के बाद प्रेमी संग भाग गई थी महिला, वह भी साथ रहेगा इस शर्त पर लौटी, 2 महीने बाद पति को ही मार डाला

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(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में क्रॉसिंग रिपब्लिक थाना क्षेत्र के बहरामपुर में एक प्लॉट में मिले शख्स के शव की पहचान होने के बाद पुलिस ने हत्या के आरोप में मृतक की पत्नी और उसके बॉयफ्रेंड को गिरफ्तार किया है।

पुलिस का दावा है कि आरोपियों ने लगातार हो रहे विवाद के कारण उसकी हत्या कर शव को फेंक दिया था। महिला के गुमराह करने पर पुलिस ने खून के धब्बों को निकालने के लिए बेंजाडीन टेस्ट करवाया, जिसके बाद पूरे केस की गुत्थी खुली।

एसीपी वेव सिटी सलोनी अग्रवाल ने बताया कि मृतक की पहचान शिवम के रूप में हुई है। वह मूलरूप से जालौन का रहने वाला है और गाजियाबाद के बहरामपुर में रहता था।

हत्या के मामले में उसकी पत्नी प्रियंका और उसके कथित प्रेमी गर्जन यादव को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने गला दबाकर और चाकू से हमला कर हत्या की और बाद में शव को चादर में लपेटकर खाली प्लॉट में डाल दिया था।

बेटी के कारण पत्नी के दोस्त के साथ रहने को हुआ मजबूर

पुलिस के मुताबिक, शिवम बाइक कैब चलाता था। उसने करीब 4 साल पहले प्रियंका से शादी अपनी पहली पत्नी को छोड़कर की थी। प्रियंका की दो साल की बेटी थी। कुछ समय पहले प्रियंका गर्जन के संपर्क में आई और दोनों में दोस्ती के बाद संबंध बन गए।

मार्च 2023 में प्रियंका घर छोड़कर गर्जन के पास बलिया चली गई थी। शिवम उसे तलाशते हुए बलिया पहुंच गया। इस दौरान बेटी के कारण वह उनके साथ पत्नी के दोस्त को भी अपने ही घर में रखने को तैयार हो गया था।

दोनों की नजदीकी के कारण विवाद बढ़ने पर कर दी हत्या

पुलिस के अनुसार, शिवम 6 महीने से दोनों के साथ रह रहा था। पत्नी और उसके दोस्त की नजदीकी को देखकर दोनों में अक्सर विवाद होता था। 20 दिसंबर की रात प्रियंका ने शिवम का गला दबा दिया,

गर्जन ने चाकू से हमला कर उसकी हत्या कर दी। दोनों ने मिलकर शव को घर से 100 मीटर दूर एक प्लॉट में चादर में लपेटकर डाल दिया। इसके बाद दोनों ने घर जाकर खून के धब्बों को साफ किया था।

मिटे हुए खून के धब्बे उभरे तो खुल गई केस की गुत्थी

एसीपी वेव सिटी सलोनी अग्रवाल ने बताया यह केस काफी चुनौतीपूर्ण था। इसमें पुलिस की टीम ने 500 से अधिक घरों में जाकर मृतक की पहचान करने का प्रयास किया। इस दौरान एक बार पुलिस टीम प्रियंका के घर भी गई थी, जहां उसने गर्जन को अपना पति बता बेटी के साथ रहने की बात कह उसे पहचानने से इनकार कर दिया था।

इसके बाद मामले में और जानकारी होने पर पुलिस की टीम दोबारा उसके घर गई। इस बार फरेंसिक टीम के साथ पहुंची और मिटे हुए खून के धब्बों के निशान का बेंजाडीन टेस्ट करवाया गया। जिसके बाद खून के धब्बे उभर कर सामने आए और मामले का खुलासा हो गया।

क्या होता है बेंजीडीन टेस्ट

कई बार पुलिस को घटना होने की आशंका लगती है, लेकिन वहां मौके पर कोई सुराग नहीं मिलता है। ऐसे मामले जिनमें हत्या के दौरान खून निकलने की बात होती है,

उनमें खून को साफ करने के बाद भी पुलिस वहां एक खास केमिकल का प्रयोग कर बेंजाडीन टेस्ट करती है। इस टेस्ट से मिटे हुए खून के धब्बे सामने आ जाते हैं। इस मामले में भी पुलिस ने यही टेस्ट किया था।