मरने से पहले तक लड़ी थी रितिका: हत्याकांड के बाद का वीडियो आया सामने, गिरने से पहले तक किया था संघर्ष

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(www.arya-tv.com)  आगरा में बीती 23 जून को फैशन ब्लॉगर रितिका सिंह हत्याकांड के बाद फ्लैट का एक्सक्लूसिव वीडियो सामने आया है। वीडियो अपने आप में रितिका के संघर्ष की कहानी बयान कर रहा है। सबूतों के आधार पर यह कहना गलत नहीं होगा कि पुलिस पूरी शिद्दत से मामले पर पर्दा डालने में जुटी हुई है।

आगरा में बीती 23 जून को ताजगंज थाना अंतर्गत नगला मेवाती स्थित ॐ श्री अपार्टमेंट की चौथी मंजिल पर किराये पर रहने आयी फैशन ब्लॉगर रितिका की हत्या के बाद फ्लैट के अंदर का वीडियो  आया है। वीडियो में घर की अलमारियों को खंगालने और कदम कदम पर रितिका के साथ हुई अमानवीयता की पूरी कहानी नजर आ रही है। यहां तक की बालकनी से फेंके जाने के दौरान उसका विरोध टूटे हुए गमलों के रूप में नजर आ रहा है।

वीडियो कहीं न कहीं लिव इन पार्टनर और उसकी पत्नी को भी मुकदमे में घेर रहा है और पुलिस के द्वारा बरती जा रही लापरवाही को दर्शा रहा है।

लूट को पहले ही पचा गयी पुलिस

वीडियो में साफ़ नजर आ रहा है की हत्यारों ने घर की अलमारियों की भी तलाशी ली है। रितिका हत्याकांड में परिजनों के द्वारा मृतका के 1 लाख लूटने की घटना को आरोपियों के पास मौके से मिले बैग को रिकार्ड में न रखकर सीओ अर्चना सिंह पहले ही हत्यारों को फील गुड करा चुकी हैं। मुकदमे में तत्कालीन एसएसपी के ट्रांसफर का फायदा घटना से जुड़े महकमे के सदस्य पूरी तरह उठा रहे हैं। आरोपियों को मौके से पकड़ने के बाद उनकी गिरफ्तारी घण्टों बाद अन्यंत्र दिखाना, आरोपियों के पास से कोई बरामदगी न दिखाना, क्राइम सीन रिक्रिएशन अब तक न होना, आरोपियों को रिमांड पर न लेना। दीपाली अग्रवाल की मां के नाम रजिस्टर्ड बाइक से आकाश के आने के बाद भी उस बाइक को लावारिस में दाखिल किया जाने ,सबूत मिलने और परिजनों के आरोप के बाद भी लिव इन पार्टनर विपुल और उसकी पत्नी को बिना जांच क्लीन चिट देने के बारे में सीओ अर्चना सिंह कोई बयान नहीं दे पा रही हैं। रितिका की मां मंजू ने कार्रवाई की लचरता के चलते खुद की हत्या होने का डर जताया है। उन्होंने पूर्व में रितिका की शिकायतों पर कार्रवाई न होने को ही हत्या का कारण माना है।

जांच से बच रही पुलिस

हत्या के दौरान आरोपी गलत जानकारी देकर अंदर घुसे थे. घटना के समय के बाद 11 बजकर 28 मिनट पर एक पार्लर का काम करने वाली महिला की रजिस्टर में एंट्री थी पर पुलिस ने अब तक उसकी पड़ताल नहीं कि है। मृतका के परिजनों ने मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। परिजन मामले में बड़ा झोल होने का आरोप लगा रहे हैं।

यह था पूरा घटनाक्रम

23 जून को सुबह साढ़े दस बजे के लगभग ताजगंज के मेवाती नगला स्थित ॐ श्री अपार्टमेंट में चौथी मंजिल पर फ्लैट नम्बर 404 में ढाई माह पहले किराये पर रहने आये लिव इन पार्टनर सीए विपुल अग्रवाल और फैशन ब्लॉगर रितिका के घर में रितिका का पूर्व पति आकाश गौतम, अनवर, चेतन, कुषमा और काजल आये थे। आरोपियों ने दोनों से मारपीट की थी और कथित तौर पर विपुल को बतरूम में बंद कर दिया था। इसके बाद रितिका के हाथ बांध कर कपड़े से उसका गला दबाया और बालकनी से उसे नीचे फेंक दिया था। हत्या के बाद पति आकाश द्वारा मृतका के पास आकर उसके गले का दुपट्टा हटाने का प्रयास किया गया था। मौके पर काम कर रहे मजदूरों और स्थानीय लोगों द्वारा आकाश और दोनों महिलाओं को पकड़ लिया गया था। उनके पास से एक काला बैग मिला था, जिसमें आरोपी आकाश की वारदात के समय पहनी चार खाने वाली शर्ट और रितिका से छीने 1 लाख रुपये होने का रितिका के परिजनों ने आरोप लगाया था। रितिका का मोबाइल फरार आरोपियों चेतन और अनवर के पास होने की बात कही गयी थी। 24 अप्रैल को आरोपियों को जेल भेजा गया था। इस दौरान मुख्यारोपी आकाश ने मीडिया से हत्या न करने की बात कही थी।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतका रितिका की मौत हड्डियां टूटने और इंटरनल ब्लडिंग के कारण पेट मे खून भरने से होने की बात सामने आयी थी। मृतका से मारपीट की भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई थी।