छात्रा को ​​अगवा कर दिया गया था धीमा जहर, पुलिस कर रही है आरोपियों का घेराव

Meerut Zone

(www.arya-tv.com) Death Of Student मेरठ में छात्रा की मौत का राज अभी पूरी तरह बेपर्दा नहीं हुआ है। मेडिकल और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस मान रही है कि छात्रा को नशे की ओवरडोज या धीमा जहर दिया गया था। छात्रा को नशे की ओवरडोज क्यों दी गई? इसका राज सूरज और सतेंद्र की गिरफ्तारी के बाद ही पता चल सकेगा। कालेज के गेट से सूरज ही छात्रा को अगवा कर ले गया था। उसकी मदद उसके चाचा सतेंद्र ने भी की है। सतेंद्र ने छात्रा के छोटे भाई को काल कर धमकाया था। कहा था कि जब छात्रा उनके पास पहुंच गई है, तो पुलिस को साथ लेकर कानूनी कार्रवाई करने की क्या जरूरत है।

ऐसे कराई दोस्‍ती
सूरज निवासी जाहिदपुर की चचेरी बहन अंशिका मेडिकल थाना क्षेत्र के प्रवेश विहार में रहती है। अंशिका और छात्रा की दोस्ती थी। अंशिका ने ही सूरज से छात्रा की दोस्ती कराई थी। छात्रा के स्वजन का कहना है कि दोस्ती हुई थी, लेकिन दो साल से सूरज और छात्रा की बातचीत बंद थी। सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि कालेज के गेट से निकलने के बाद सूरज छात्रा के पीछे दौड़ रहा है। इसके बाद वह छात्रा को अगवा कर ले गया।

सहन नहीं पाई छात्रा
पुलिस का शक है कि सूरज ने गलत इरादे से छात्रा को नशीली दवाइयां खिला दीं, जो वह सहन नहीं कर पाई। या फिर दोनों में विवाद हुआ है, जिस पर छात्रा को जहरीला पदार्थ दे दिया गया। चार घंटे तक साथ रखने के बाद हालत बिगडऩे पर छात्रा को आटो में बिठाकर घर के लिए भेज दिया। छात्रा की हालत को देखकर आटो चालक उसे गांधी आश्रम चौराहे पर छोड़ गया, जहां से ई-रिक्शा चालक छात्रा को उसके घर के पास छोड़ गया।

सूरज के पिता समेत कई हिरासत में
नौचंदी पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम पहले प्रवेश विहार में अंशिका के घर पर पहुंची और उससे पूछताछ की। बाद में पुलिस की टीम जाहिदपुर में पहुंची, जहां से सूरज और सतेंद्र फरार थे। पुलिस ने सूरज के पिता राजू और परिवार के अन्य सदस्यों को हिरासत में ले लिया है। आरोपितों की तलाश में ताबड़तोड़ दबिश दी जा रही है। चाचा-भतीजे परतापुर की एक फैक्ट्री में सिलाई का काम करते हैं। पुलिस ने फैक्ट्री में भी दबिश दी। उनके साथ काम करने वाले युवकों से भी पूछताछ की गई है।