मुख्यमंत्री ने अयोध्या में आगामी 30 दिसम्बर को प्रधानमंत्री के प्रस्तावित कार्यक्रम के दृष्टिगत संतगणों से चर्चा की, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ तैयारियों की समीक्षा की

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(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद अयोध्या में आगामी 30 दिसम्बर, 2023 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रस्तावित कार्यक्रम के दृष्टिगत संतगणों से चर्चा की। उन्होंने शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर तैयारियों की समीक्षा की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर में प्राण-प्रतिष्ठा से बहुप्रतीक्षित आयोजन से पूर्व आगामी 30 दिसम्बर, 2023 को प्रधानमंत्री का अयोध्या आगमन होना है। प्रधानमंत्री का यह भ्रमण अयोध्या को हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उपहार देने वाला होगा।

यह आयोजन अति महत्वपूर्ण है, इसके दृष्टिगत भारत सरकार के सहयोग से स्थानीय प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक तैयारियां कर ली जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या को त्रेतायुगीन वैभव के अनुरूप सजाया जाए।

पूरी अयोध्या राममय हो। स्थानीय मठ-मन्दिरों को सजाया जाए। भव्य तोरण द्वार बनाए जाएं। स्थान-स्थान पर भगवान श्रीराम से सम्बन्धित भजन बजाए जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राम पथ, भक्ति पथ, जन्मभूमि पथ एवं धर्म पथ तथा अयोध्या एयरपोर्ट से बाईपास से नयाघाट जोड़ने वाले मार्ग से सम्बन्धित कार्यों को गुणवत्ता के साथ शीघ्रता से पूरा कराया जाए।

उनके फुटपाथ, श्रद्धालुओं के चलने के लिए हो तथा मुख्य कैरेज-वे पर वाहन चलें। इन मार्गों पर जहां पर पर्याप्त चौड़ाई है, उन स्थानों पर बैठने की व्यवस्था व अन्य जन सुविधाएं विकसित की जाएं। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री के स्वागत हेतु अयोध्यावासी भी उत्सुक हैं। ऐसे में स्थानीय प्रशासन द्वारा उनका भी यथोचित सहयोग लिया जाए।

 

कार्यक्रम के आयोजन में साधु-संतगणों का मार्गदर्शन लिया जाए। पुष्प वर्षा कर प्रधानमंत्री का अभिनन्दन किया जाना चाहिए। स्वस्तिवाचन कर प्रधानमंत्री का अभिनन्दन किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हाई-वे से नयाघाट की तरफ आ रहे धर्मपथ की भी सजावट प्रधानमंत्री जी के आगमन के दृष्टिगत आकर्षक होनी चाहिए। एयरपोर्ट से नयाघाट के मार्ग को उसी प्रकार आकर्षक फूलों से सजाया जाए, जिस प्रकार सुल्तानपुर रोड से एयरपोर्ट फोरलेन मार्ग को सजाया गया है।

राष्ट्रीय राजमार्ग लखनऊ-गोरखपुर पर अयोध्या बाईपास की रेलिंग को आकर्षक रंगों से पेंट किया जाए तथा उसकी मीडियन में आकर्षक फूल व गमले आदि रखे जाएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में अयोध्या में 30 हजार करोड़ रुपये से अधिक लागत की परियोजनाएं गतिमान हैं। प्रत्येक निर्माण कार्य की गुणवत्ता नियमित रूप से परखी जाए। उन्होंने कहा कि अयोध्या में स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।

यह सुनिश्चित किया जाए कि पूरा नगर साफ-स्वच्छ हो। सड़कों पर कहीं भी धूल तथा गन्दगी आदि न हो। इस हेतु आवश्यकतानुसार अतिरिक्त मैनपॉवर तैनात किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के सम्भावित भ्रमण कार्यक्रम एवं जनसभा के दृष्टिगत सभी तैयारियां एवं सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रहनी चाहिए। इसके लिए अभी से सभी विभाग आपस में समन्वय करते हुए समस्त तैयारियां पूर्ण करायी जाएं।

जनसभा स्थल एवं अन्य प्रमुख स्थलों पर वाहनों की पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था हो। साथ ही, पार्किंग स्थलों के पास पर्याप्त जन सुविधाओं की भी व्यवस्था की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की जनसभा में आसपास के जनपदों से डेढ़ से दो लाख आम नागरिकों के आने की सम्भावना है।

इसके दृष्टिगत सभी तैयारियां और अयोध्या को जोड़ने वाले प्रमुख मार्गों पर पर्याप्त पार्किंग व्यवस्था एवं जनसभा में आने वाले नागरिकों की आधारभूत सुविधाओं की पर्याप्त व्यवस्था की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या का एक डिजिटल टूरिस्ट मैप विकसित किया जाए। इसमें अयोध्या में मौजूद सभी आधारभूत सुविधाओं एवं प्रमुख स्थलों की जानकारी सभी भारतीय भाषाओं एवं भगवान श्रीराम से जुड़ने वाले प्रमुख देशों की भाषाओं व संयुक्त राष्ट्र की भाषाओं में दी जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 22 जनवरी, 2024 को भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के उपरान्त अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में सम्भावित वृद्धि को देखते हुए अभी से सभी व्यवस्थाएं की जाएं। विभिन्न पार्किंग स्थलों से श्रद्धालुओं को अयोध्या भ्रमण हेतु इलेक्ट्रिक बसों की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

22 जनवरी, 2024 के बाद अयोध्या में 100 बसों के संचालन की व्यवस्था नगर विकास विभाग बनाए तथा परिवहन विभाग द्वारा अयोध्या के लिए वोल्वो बस संचालन की व्यवस्था की जाए। अयोध्या के वैकल्पिक मार्ग गुप्तारघाट व राम की पैड़ी मार्ग को भी अच्छी व्यवस्था के साथ संचालित किया जाए। ई-रिक्शा एवं अन्य वाहनों के ड्राइवरों का सत्यापन कराया जाए।

मुख्यमंत्री  ने कहा कि रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था, आर0पी0एफ0, नागरिक पुलिस व रेलवे विभाग आपसी समन्वय के साथ सुदृढ़ करें। परिवहन विभाग पर्याप्त मात्रा में बसों का संचालन सुनिश्चित कराएं। अयोध्या रेलवे स्टेशन एवं एयरपोर्ट के मार्गां के गड्ढों को ठीक किया जाए।

लखनऊ से अयोध्या हेलीकॉप्टर की व्यवस्था दी जाए। एन0एच0ए0आई0 बाईपास मार्ग के डिवाइडर पर जो सजावट की गई है, उसे बेहतर बनाया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में ट्रस्ट द्वारा यात्रियों के ठहराने की व्यवस्था से अलग धर्मशाला एवं होटल आदि में भी यात्रियों को निर्धारित दर पर रहने की व्यवस्था किया जाए।

22 जनवरी, 2024 को वही लोग अयोध्या में आ सकेंगे, जिनके पास निमंत्रण पत्र है या जो सरकारी ड्यूटी में तैनात हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा संज्ञान में आया है कि कुछ लोगों ने 22 जनवरी, 2024 को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन स्थानीय होटल एवं धर्मशालाओं को बुक करा लिया है,

उसको निरस्त किया जाए, जिससे शासन-प्रशासन में कोई परेशानी न हो, क्योंकि उस दिन भारत के विशिष्ट आमंत्रित जन अयोध्या आएंगे तथा अयोध्या एयरपोर्ट पर 100 प्लेन आने की सम्भावना है, उनके डायवर्जन की भी व्यवस्था की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी जिम्मेदारी सभी की सुरक्षा के साथ-साथ स्वागत की भी है, इसलिए सरकारी एवं पुलिस कर्मचारियों का व्यवहार आदर्श होना चाहिए।

पुलिस बल में जोन वाइज वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अतिरिक्त फोर्स की तैनाती की जाए। साथ ही, एस0टी0एफ0 एवं ए0टी0एस0 फोर्स की भी संख्या को बढ़ाते हुए कैम्पिंग की जाए।बैठक में कृषि मंत्री एवं जनपद के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही, अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

इससे पूर्व, जनपद आगमन पर मुख्यमंत्री जी ने श्री हनुमानगढ़ी एवं श्रीरामलला का दर्शन-पूजन किया तथा मन्दिर के निर्माण कार्यों को देखा। उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के पदाधिकारियों से भी चर्चा की।

मुख्यमंत्री जी ने अयोध्या रेलवे स्टेशन तथा मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का भी निरीक्षण किया तथा अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।