(www.arya-tv.com) एक तरफ जहां छठ पूजा को लेकर सियासत तेज होती दिखाई दे रही है वहीं सरकार के सूत्रों का कहना है कि इस दौरान इस पर्व पर वही एसओपी रहेंगी जो दूसरे त्यौहारों के लिए बनाई गई हैं। आपको बता दें कि दिल्ली में छठ पूजा के आयोजन को लेकर जमकर सियासी घमासान मचा हुआ है। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने इस पर्व के आयोजन की इजाजत ये कहते हुए नहीं दी है कि इससे संक्रमण बढ़ सकता है।
वहीं उनके विरोध में उतरी भाजपा के सांसद मनोज तिवारी इसको पूर्वांचलियो का अपमान बता चुके हैं। भाजपा सांसद का कहना है कि लोग कोरोना नियमों का पालन करते हुए छठ मनाना चाहते हैं लेकिन दिल्ली सरकार उन्हें रोक रही है। वहीं भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा है कि हर हाल में छठ पूजा का आयोजन किया जाएगा।
आपको यहां पर ये भी बताना जरूरी है कि फेस्टिवल सीजन को देखते हुए 23 सिंतबर को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से गाइडलाइन जारी की गई थी। इसकी जानकारी केंद्रीय सचिव (स्वास्थ्य) राजेश भूषण ने दी थी।
इसमें कंटेनमेंट जोन और ऐसे इलाके जहां पर संक्रमण की दर पांच फीसद से अधिक है उन्हें सामूहिक समारोहों से बचने के लिए कहा था। जिन जिलों में पांच फीसद से कम संक्रमण की दर है वहां पर कुछ और छूट दी जा सकती हैं। इस एसओपी में कुछ और बातें भी कही गई थीं।
बता दें कि पिछले वर्ष छठ पूजा आयोजन को लेकर सरकार की सख्ती कुछ ज्यादा थी। इसकी वजह ये भी थी कि उस वक्त महामारी का प्रकोप काफी अधिक था।