वाराणसी (www.arya-tv.com) पूर्वांचल में अब अनुमानों के मुताबिक बादलों की सक्रियता होने का दौर शुरू होने वाला है। जल्द ही पूर्वांचल में बादलों की सक्रियता के साथ बूंदाबांदी भी हो सकती है। मौसम विज्ञान विभाग की ओर से इस सप्ताह बादलों की सक्रियता का अंदेशा जाहिर भी किया गया था।
अगले 24 घंटों में बादलों की सक्रियता से पूर्वांचल भर में तापमान में कमी तो आएगी ही साथ ही तेज हवाएं भी चल सकती हैं। वातावरण मेंं दो दिनों से आर्द्रता का स्तर बढ़ गया है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार वातावरण में बदलाव का क्रम बारिश के बाद ही शुरू हो सकेगा।
शुक्रवार की सुबह आसमान साफ रहा और ठंडक भी रही लेकिन ठंडी हवाएं नदारद रहीं। सुबह सात बजे धूप पूरी तरह खिलने के साथ ही वातावरण में गर्मी का असर शुरू हो गया। वातावरण में गर्मी की शुरुआत होने के साथ ही वातावरण में ठंड का असर नदारद हो गया। हवाओं के थमने से धूल और शुष्क हवाओं के थपेड़ों से लोगों को मुक्ति तो मिली है लेकिन यह अस्थाई है।
पतझड़ की शुरुआत के साथ ही वातावरण में बदलाव का क्रम शुरू हो चुका था। अब पौधों में निकल रही पत्तियों ने पतझड़ की समाप्ति का भी मानो संदेशा देना शुरू कर दिया है।पश्चिमी विक्षोभ का एक असर पहाड़ों से मैदानी इलाके की ओर बढ़ रहा है, इसका असर पूर्वांचल तक होने के बाद मौसमी बदलाव का असर होने की उम्मीद है और तापमान साामन्य होने की उम्मीद दोबारा जगी है।
बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 19.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम और न्यूनतम दोनों ही तापमान सामान्य से पांच डिग्री अधिक दर्ज किए गए। आर्द्रता इस दौरान अधिकतम 62 फीसद और न्यूनतम 46 फीसद दर्ज की गई।
वातावरण में तापमान में अधिकता का यह आलम रहा कि अब पारा चालीस डिग्री के करीब पहुंचने की ओर हो गया है। 3.4 डिग्री और होते ही पारा चालीस डिग्री का आंकड़ा छू लेगा। हालांकि, फिलहाल चालीस डिग्री पारा पहुंचने की इस माह उम्मीद कम ही है। जबकि आर्द्रता में भी इजाफा देखने को मिल रहा है। जिससे उम्मीद जगी है कि पूर्वांचल में भी बादलों की सक्रियता हो सकती है।