नई सरकार के ऐलान से पहले काबुल में महिलाओं का प्रदर्शन हिंसक हुआ

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(www.arya-tv.com)तालिबान आज अफगानिस्तान में नई सरकार का ऐलान करने वाला है। इससे पहले वहां महिलाओं का विरोध-प्रदर्शन हिंसक हो गया है। काबुल में महिलाओं के अधिकारों की आवाज उठा रहीं एक्टिविस्ट को तालिबानियों ने आंसू गैस छोड़कर रोकने की कोशिश की है। दो दिन से प्रदर्शन कर रहीं इन महिलाओं का कहना है कि नई सरकार में उनकी भागीदारी होनी चाहिए और अहम भूमिका मिलनी चाहिए।

ISI के चीफ काबुल पहुंचे
तालिबान के बुलावे पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के चीफ लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद काबुल पहुंचे हैं। ये जानकारी पाकिस्तानी पत्रकार हमजा अजहर सलाम ने शेयर की है। उन्होंने बताया है कि ISI के चीफ तालिबानी हुकूमत में अफगानिस्तान और पाकिस्तान के रिश्तों के भविष्य पर चर्चा करेंगे।

बता दें पाकिस्तान और ISI पर तालिबान की मदद के आरोप लगते रहे हैं। अफगानिस्तान पर तालिबानी कब्जे के पीछे भी पाकिस्तान का हाथ होने के आरोप हैं।

काबुल में तालिबान की फायरिंग में 17 लोगों की मौत
अफगानिस्तान की पंजशीर घाटी में तालिबान और रेजिस्टेंस फोर्स के बीच भीषण जंग जारी है। इस बीच दोनों ने पंजशीर को जीतने का दावा किया है। तालिबान का कहना है कि अब पंजशीर पर भी उसका नियंत्रण हो गया है। पंजशीर पर जीत की खुशी में तालिबान ने शुक्रवार को काबुल में हवाई फायरिंग की थी। इसमें 17 लोगों की मौत हो गई और 41 घायल हो गए। यह जानकारी टोलो न्यूज ने दी है। तालिबानियों की फायरिंग के वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।

भारत ने कहा- तालिबान को पालने वाले पाकिस्तान पर नजर रखनी होगी
अफगानिस्तान के मुद्दे पर भारत के विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रृंगला ने वॉशिंगटन में मीडिया से बातचीत में कहा है कि अफगानिस्तान के हालात पर अमेरिका और भारत नजर बनाए हुए हैं। साथ ही कहा कि अफगानिस्तान के पड़ोसी पाकिस्तान ने तालिबान का समर्थन किया और वह तालिबान को पालता रहा है। ऐसी कई बातें हैं जिनमें पाकिस्तान ने तालिबान की मदद की है, इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए पाकिस्तान की भूमिका पर नजर रखनी होगी। श्रृंगला ने ये भी कहा कि जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों की अफगानिस्तान में बेरोकटोक आवाजाही और उनकी भूमिका चिंताजनक है। हम सतर्कता से इस पर नजर रखेंगे।

तालिबान के कश्मीर राग पर भारत का करारा जवाब
अफगानिस्तान में सरकार के ऐलान से पहले कश्मीर का राग अलापने वाले तालिबान को भारत ने करारा जवाब दिया है। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शुक्रवार को कहा है कि भारत संविधान का पालन करता है। यहां मस्जिदों में दुआ करते लोगों पर गोलियों और बम से हमला नहीं किया जाता। न लड़कियों को स्कूल जाने से रोका जाता है और न ही उनके सिर और पैर काटे जाते हैं।

नकवी ने ये बात तालिबान के उस बयान के जवाब में कही हैं, जिसमें कहा गया था कि कश्मीर समेत दुनियाभर के मुसलमानों की आवाज उठाने का हक तालिबान को है। नकवी ने तालिबान से सीधे तौर पर कहा है कि भारत के मुसलमानों को छोड़ दें, उनकी चिंता करने की जरूरत नहीं है।