चंद्रयान-2 की सफलता भारत के लिए ऐतिहासिक विजय है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर पूरे देश से बधाइयों के संदेश आ रहे हैं। निश्चित तौर पर यह छण हमेशा के लिए यादगार बन गया है। इस दौरान इसरो के चेयरमैन के शिवन भावुक हो उठे। उन्होंने चंद्रयान के सफल प्रक्षेपण को विज्ञान और भारत के लिए ऐतिहासिक दिन करार दिया।
#ISRO
Here's a view of the majestic lift-off of #GSLVMkIII-M1 carrying #Chandrayaan2 pic.twitter.com/z1ZTrSnAfH— ISRO (@isro) July 22, 2019
ऐसे नहीं मिली सफलता!
चंद्रयान-2 की सफल लॉन्चिंग ऐसे ही नहीं हो पाई, बल्कि इसके लिए पूरी टीम को संघर्ष करना पड़ा। इसरो प्रमुख ने बताया कि टीम सात दिनों से घर-परिवार छोड़कर मिशन में जुटी रही। अपने हित-अहित को नजरअंदाज कर रात-दिन एक करने वाली टीम को दिल से सलाम करता हूं।
#ISRO
Visitors excited to witness the launch of #Chandrayaan2 from viewers gallery at Sriharikota pic.twitter.com/9grPopgyxt— ISRO (@isro) July 22, 2019
चंद्रयान 2 की लॉन्चिंग पहले 15 जुलाई को होनी थी, लेकिन क्रायोजेनिक इंजन में लीकेज के कारण लॉन्चिंग को टाल दिया गया था। इस खामी को महज 5 दिनों में ही दूर कर लिया गया और 22 को इसे लॉन्च किया गया।
#Chandrayaan2 is the outcome of the brilliance and extraordinary commitment of our scientists of @ISRO and also the political will. This phenomenal achievement is the pride of our nation. Just couldn't help being there. A great privilege. Congratulations to all of you. -Sg #ISRO pic.twitter.com/4xr91q29BG
— Sadhguru (@SadhguruJV) July 22, 2019
जीएसएलवी-3 ने चंद्रयान-2 को धरती से छह हजार किलोमीटर दूर कक्षा में स्थापित कर दिया है। चंद्रयान चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर पहुंचेगा। अगले डेढ़ दिन में जरूरी टेस्ट किए जाएंगे, जिससे तय होगा कि मिशन सही दिशा में है। यह 48वें दिन चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा।
भारत के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण है।
चंद्रयान-2 के सफल प्रक्षेपण से आज पूरा देश गौरवान्वित है।
मैंने थोड़ी देर पहले ही इसके लॉन्च में निरंतर तन-मन से जुटे रहे वैज्ञानिकों से बात की और उन्हें पूरे देश की ओर से बधाई दी। #Chandrayaan2 https://t.co/50UodlbH0y
— Narendra Modi (@narendramodi) July 22, 2019
शिवन ने कहा कि चंद्रयान को चंद्रमा के पास पहुंचने से पहले अगले डेढ़ महीने में 15 बेहद महत्वपूर्ण अभियान चरणों से गुजरना होगा। उसके बाद वह दिन आएगा जब चंद्रमा पर दक्षिणी ध्रुव के नजदीक सुरक्षित लैंडिंग सुनिश्चित करने के लिए 15 मिनट तक हमारे दिलों की धड़कनें बढ़ जाएंगी। यह सबसे जटिल चरण होगा।
#Chandrayaan2 is unique because it will explore and perform studies on the south pole region of lunar terrain which is not explored and sampled by any past mission.
This mission will offer new knowledge about the Moon.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 22, 2019