खाद्य पदार्थों के नमूनों की जांच आसानी से होगी, यूपी सरकार की याेजना

Prayagraj Zone

प्रयागराज (www.arya-tv.com) खाद्य पदार्थों के नमूनों की जांच रिपोर्ट महीनों बाद आती है। लोगों को मिलावटखोर कैसा स्लो प्‍वाइजन खिला रहे हैं। यह पता लगाना खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के लिए भी कठिन होता है क्योंकि उनके पास भी उचित संसाधन नहीं हैं। प्रयोगशालाएं दूसरे जिलों में हैं और उत्तर प्रदेश में केवल पांच ही हैं। राज्य सरकार ने इस समस्या के समाधान का रास्ता खोज लिया है।

मंडल स्तर पर बनेंगी प्रयोगशालाएं

प्रदेश सरकार ने अब मंडल स्तर पर प्रयोगशालाएं बनाने का निर्णय लिया है। प्रयागराज सहित कई मंडलों में प्रयोगशाला बनाने की स्वीकृति भी हो चुकी है। आसार जताए जा रहे हैं कि अगले वित्तीय वर्ष में बजट पास होगा और प्रयोगशाला के निर्माण शुरू हो जाएंगे।

फाफामऊ में चिन्हित हुई जमीन

प्रयागराज में खाद्य पदार्थ नमूनों की जांच के लिए प्रयोगशाला गंगापार फाफामऊ में बनेगी, वहां मलाक चौधरी गाँव में एक एकड़ जमीन आवंटित हो चुकी है। जमीन फरवरी माह में ही मिल गई है। इस पर अब निर्माण होना ही बाकी रह गया है।

प्रयागराज के मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने यह कहा

प्रयागराज के मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी केके त्रिपाठी ने बताया कि अगले वित्तीय वर्ष में बजट मिलने की उम्मीद है, उससे निर्माण एजेंसी प्रयोगशाला तैयार करेगी। बताया कि यहां प्रयोगशाला बन जाने से खाद्य नमूनों की जांच रिपोर्ट जल्दी आएगी।

हालांकि ऐसा नहीं है कि फाफामऊ में बन रही प्रयोगशाला में प्रयागराज मंडल से लिये गए खाद्य नमूनों की जांच होगी, बल्कि पारदर्शिता रखने और निष्पक्ष जांच के लिए नमूने दूसरी प्रयोगशालाओं में ही भेजे जाएंगे। प्रयागराज की प्रयोगशाला में दूसरे मंडलों से नमूने आएंगे। हां इतना जरूर है कि प्रदेश में प्रयोगशालाएं बढ़ जाएंगी तो वर्तमान पांच प्रयोगशालाओं का लोड काफी कम हो जाएगा।