ज्ञानवापी मस्जिद के मामले पर शंकराचार्य बोले, देखकर यही लगता है चोर की दाढ़ी में तिनका

Varanasi Zone

(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद के मामले पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा रोक लगाने के बाद ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज का बयान सामने आया है।शंकराचार्य ने कहा है कि मुस्लिम बंधुओं को सब हकीकत पता है इसलिए घबराए हुए हैं। आखिर ज्ञानवापी की जांच होने देने में क्या हर्ज है। शंकराचार्य ने सवाल किया कि जांच को रोकने के लिए इतना बड़ा प्रयास क्यों किया जा रहा है?

शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि इसको देखकर यही लगता है कि चोर की दाढ़ी में तिनका है इसलिए ASI यानी कि आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की जांच को रोका जा रहा है। दरअसल ज्ञानवापी मस्जिद की ASI को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने कल शाम तक रोक लगा दी गई है। सुप्रीम कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष को सर्वे के फैसले को लेकर हाईकोर्ट में चुनौती देने के लिए दिया है।

सर्वे से क्या दिक्कत?

आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की 43 सदस्यों की टीम ज्ञानवापी का सर्वे करने के लिए पहुंची है। मुस्लिम पक्ष ने इस सर्वे पर हाइकोर्ट में चुनोती देने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष को 2 दिनों यानी कि कल शाम 6:00 बजे तक का समय दिया।

ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि जांच होने देने में आखिर हर्जा क्या है, जांच को क्यों रोका जा रहा है। आखिर जांच तो होनी है, अगर जांच मंदिर की होती तो एक पवित्रता का सवाल उठता है, लेकिन मस्जिद में इस तरह की कोई समस्या नहीं है। इससे साफ है कि ज्ञानवापी में हमारे देवी देवताओं के पद चिन्ह है इसलिए मुस्लिम पक्ष उसकी जांच नहीं होने देना चाहता।

जांच से ही पता लगेगा सच

स्वामी ने कहा कि अगर सब कुछ सही है तो मुस्लिम पक्ष को एएसआई के सर्वे का स्वागत करना चाहिए। टीम को अंदर ले जाकर हर कोने की जांच करनी चाहिए जिससे अंदर की स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। जांच से ही तो पता चलेगा कि आखिर ज्ञानवापी में मस्जिद है या फिर भगवान के पद चिन्ह।