10 मार्च को बंद रहेगा भारत, शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद का बड़ा ऐलान, जानें क्या है डिमांड

# ## Varanasi Zone

(www.Arya Tv .Com) गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने के लिए शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने काशी में बड़ा ऐलान किया है.  उन्होंने कहा कि बीते 75 वर्षों में हमने कई सरकारों को देखा है लेकिन आज तक गौ हत्या पर पाबंदी नहीं लग सकी. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस देश में गीता गौ गंगा को अपनी माता का स्थान दिया जाता है वहां पर गौ हत्या रोकने के लिए कोई भी सख्त कानून आज तक नहीं बन सका. इसलिए गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा दिलाने के लिए पदयात्रा करेंगे और गौ हत्या के विरोध में आने वाले 10 मार्च को सुबह 10:00 बजे से अगले 10 मिनट के लिए भारत बंद का भी ऐलान किया गया है.

गौ माता के लिए 10 मार्च को रहेगा भारत बंद
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने बताया कि गौ हमारी माता है और उनके प्रति अमानवीय व्यवहार बंद नहीं हुए. इससे हम सभी संतो और हिंदू समाज में काफी रोष है. गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा दिलाने के लिए हमारा संघर्ष लगातार जारी है, हम इसके लिए पदयात्रा भी निकाल रहे हैं. इसके अलावा एक बड़ा ऐलान करना चाहते हैं कि आने वाले 10 मार्च को सुबह 10:00 बजे 10 मिनट के लिए भारत बंद रहेगा. इस दौरान लोग अपने घरों से बाहर निकाल कर गौ माता के नाम से 10 मिनट भजन करेंगे. हम देश के किसी भी प्रकार के आर्थिक नुकसान के पक्ष में नहीं है इसलिए यह विरोध रूपी भारत बंद मात्र 10 मिनट के लिए रहेगा. इसके लिए उन्होंने सभी से आगे आने का आहृवाहन किया है.

राजनीतिक पार्टियों को भेजा शपथ पत्र
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने यह भी ऐलान करते हुए कहा कि  इस बार आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में हमारा समर्थन उसी दल को होगा, जो गौ हत्या के विरोध में होगा और इसके लिए हमने 100 से अधिक पार्टियों को शपथ पत्र भी भेज दिया है. तीन पार्टियों ने इस पर हस्ताक्षर करके हमें अपना समर्थन दिया भी है. चाहे एनडीए गठबंधन हो या इंडिया गठबंधन या कोई भी दल हो जब तक वह गौ हत्या के विरोध में आवाज नहीं उठाएंगे और इस शपथ पत्र पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे उन्हें हमारा समर्थन नहीं रहेगा.

ज्ञानवापी पर कोर्ट के फैसले का किया स्वागत
उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि गौ हत्या रोकने के लिए एक सख्त कानून बनाया जाए और हमारी पूजनीय गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा दिया जाए. इसके अलावा हम गौ हत्या के विरोध वाले विचारधारा वालों के साथ गौ गठबंधन बनाएंगे. जब एबीपी लाइव ने उनसे ज्ञानवापी मामले में सवाल पूछा तो हाई कोर्ट के निर्णय का स्वागत करते हुए शंकराचार्य ने कहा कि मुस्लिम पक्ष द्वारा वाराणसी जिला न्यायालय के आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती दी गई थी और हाईकोर्ट ने स्पष्ट कर दिया कि व्यास तहखाने में  दर्शन पूजन जारी रहेगा. हम इस फैसले का स्वागत करते हैं.