कोरोना की दूसरी लहर बेहद घातक, पांच दिन में मिले 2700 से अधिक मरीज

Lucknow

लखनऊ(www.arya-tv.com) कोरोना की दूसरी लहर बेहद घातक साबित हो रही है। महज पांच दिन में 2700 से ज्यादा संक्रमित मरीज मिले हैं। संक्रमण की रफ्तार पिछले साल के मुकाबले करीब चार गुना ज्यादा तेज है। यही वजह है कि पिछले साल के मुकाबले संक्रमण की दर काफी है।

बीते साल एक मार्च से एक अप्रैल के बीच 50 कोरोना संक्रमित मरीज लखनऊ में मिले थे। कोई मौत नही थी। वहीं इस साल एक माह में 4900 से अधिक कोरोना मरीज मिले हैं। जबकि 25 मरीजों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है।

पिछले साल मार्च और अप्रैल के पहले सप्ताह में रोजाना 20 से 50 मामले रोज आ रहे थे। संक्रमण की दर 1.5 से लेकर दो फीसदी थी। इस साल स्थिति बिल्कुल उलट है। संक्रमण की दर 4.19% हो गई है। मार्च के तीसरे सप्ताह में कोरोना के मामले 200 से 250 के बीच आ रहे थे। वही मार्च के चौथे सप्ताह में यह आंकड़ा बढ़कर 500 के करीब पहुंच गया। पहली अप्रैल को 935 संक्रमित मरीज मिले हैं।

ठीक होने वालों की चाल धीमी

सीएमओ डॉ. संजय भटनगर बताते हैं कि होली पर लोगों की लापरवाही से मरीज बढ़ गए हैं। स्वास्थ्य विभाग रोजाना 13 हजार से अधिक नमूनें की जांच कर रहा है। अतिरिक्त टीमें लगायी गईं।

संक्रमण की दर बढ़ने के साथ ठीक होने वालों की रफ्तार धीमी हो गई है। पहले मरीजों के ठीक होने की दर करीब 96 से 97 के बीच पहुंच गई थी। मौजूदा समय में यह घटकर 94 से 95 के बीच आ गई है। इससे स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है।

पीजीआई के एनेस्थीसिया विभाग के डॉ. संदीप साहू बताते हैं कि मास्क न लगाने की वजह से संक्रमण काफी तेजी से बढ़ रहा है। जो लोग वैक्सीन लगवा चुके हैं, उनमें वायरस का हमला कमजोर होगा। इसलिए बारी आने पर वैक्सीन जरूर लगवाएं।

साथ ही फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करें। भीड़भाड़ वाले इलाके में जाने से बचें। मास्क जरूर लगाएं। वैक्सीन लगवा चुके लोग भी मास्क जरूर लगाएं । क्योंकि एंटीबॉडी बनने में डेढ़ से दो महीने लगते हैं।

रिहायशी इलाकों में मिल रहे ज्यादा मरीज

बीते साल की तरह इस बार भी शहर के रिहायशी इलाकों में कोरोना के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। इंदिरानगर, गोमतीनगर, अलीगंज, महानगर, रायबरेली रोड, आशियाना व आलमबाग में एक माह के भीतर कोरोना के मामले 500 से 1000 तक पहुंच गए हैं।

400 से ज्यादा मरीज अस्पताल में भर्ती

एक माह में पीजीआई, केजीएमयू, लोहिया समेत अन्य अस्पतालों में करीब 400 संक्रमित मरीज भर्ती हैं। करीब 150 गम्भीर हैं। जिन्हें आईसीयू में रखा गया है। करीब तीन हजार मरीज होम आइसोलेशन में हैं।