(www.arya-tv.com)लखनऊ के बिजनौर स्थित आर्यकुल कॉलेज में स्काउट प्रशिक्षण का आयोजन कराया गयाI महाविद्यालय में स्काउट प्रशिक्षण का पांच दिवसीय शिविर का आयोजन कराया गया जिसका आज अंतिम दिवस थाI यह कार्यक्रम डी.एल.एड़ के प्रशिक्षुओं के शैक्षिक पाठ्यक्रम का एक अंग है प्रत्येक प्रशिक्षु ने प्रतिदिन के निर्धारित कार्यक्रमानुसार काफी कुछ सीखा जिसका प्रयोग वे अपने भावी जीवन में कर सकते है तथा शिक्षक के रूप में समाज को भी जागरूक कर सकते हैI इस आयोजन को सफल बनाने के लिए श्रीमान सुरेंद्र यादव (लीडर ट्रेनर) तथा डॉ. सरस्वती देवी तिवारी ने बच्चों का नेतृत्व किया जिसके तहत छात्र-छात्राओं ने स्कॉउट एंड गाइड प्रशिक्षण का विस्तृत ज्ञानार्जन कियाI हम आपको बता दे की स्काउटिंग की स्थापना भारत में 1909 में हुई थी, जबकि भारत में गाइडिंग की शुरुआत 1911 में हुई थी। स्काउटिंग एंड गाइडिंग छात्र-छात्राओं के लाभ के लिए डिज़ाइन की गई थीI यह अच्छी नागरिकता के लिए एक स्वीकृत प्रकार का चरित्र प्रशिक्षण व तैयारी है, जो जिम्मेदारी और भरोसेमंद प्रेम की भावना का प्रतीक है। यह छात्रों में आत्मविश्वास और आत्मसम्मान पैदा करने में मदद करता है। वे महत्वपूर्ण जीवन-कौशल, टीम निर्माण, आउटडोर साहसिक कार्य, शिक्षा और मनोरंजन सीखते हैं।
यह उन्हें कक्षा से परे की दुनिया की खोज करने में मदद करता है, और सर्वांगीण विकास में भी मदद करता है। इस अवसर पर आर्यकुल कॉलेज के प्रबंधक निदेशक डॉ सशक्त सिंह ने छात्र-छात्राओं की स्काउट प्रशिक्षण का निरीक्षण किया साथ ही साथ बच्चों को अन्य कई पहलुओ से अवगत करवायाI उन्होंने कहा की स्काउटिंग और गाइडिंग के कई उद्देश्य है जैसे की चरित्र का गठन, ध्वनि स्वास्थ्य की आदतों का निर्माण, हस्तकला में प्रशिक्षण व कौशल प्राप्त करना, साथ ही साथ कुशलता से सेवा करना। इन सभी लक्ष्यों से छात्र-छात्राओं में अच्छी नागरिकता का विकास होता है। इस अवसर पर आर्यकुल ग्रुप ऑफ कॉलेज के, प्रबंध- पत्रकारिता एवं शिक्षा विभाग की उप निदेशक डॉ. अंकिता अग्रवाल, शिक्षा विभाग के एचओडी प्रणव पांडे, शिक्षा विभाग के प्राचार्य एस.सी.तिवारी, शिक्षक गौरव मिश्रा, शिक्षक राजेश मौर्य के साथ अन्य शिक्षक गण, स्टाफ उपस्तिथ रहे।