पंजाब में करोड़ों के घोटाले का किया था पर्दाफाश, अब UP से लोकसभा की तैयारी में जुटे ये रिटायर्ड IAS

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(www.arya-tv.com) देश में आगामी लोकसभा चुनाव की हलचल शुरू हो चुकी है। 80 सीटों के साथ उत्तर प्रदेश इस मामले में सबसे ज्यादा अहमियत रखता है। प्रदेश की विभिन्न सीटों पर दावेदारों ने तैयारी शुरू कर दी है।

इसमें पुराने और मंझे हुए खिलाड़ियों के साथ ही नए चेहरों ने भी दांव लगाना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में एक नाम है कृपा शंकर सरोज, जो कि पंजाब कैडर से रिटायर्ड आईएएस ऑफिसर हैं।

इस साल मार्च में पंजाब के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी के पद से रिटायर हुए कृपाशंकर सरोज उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के सोनाहिता गांव के रहने वाले हैं। वह बीते करीब 2 साल से मछलीशहर लोकसभा क्षेत्र में सक्रिय बने हुए हैं, जो अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व सीट है। वह लोगों के बीच जाकर जागरूकता फैलाने में जुटे हुए हैं।

पंजाब में कांग्रेस की सरकार के दौरान सरोज ने अतिरिक्त मुख्य सचिव रहते हुए घोटाले का पर्दाफाश किया था। उन्होंने तत्कालीन मंत्री साधू सिंह धर्मासोत पर केंद्र सरकार की पोस्ट मैट्रिक एससी छात्रवृत्ति योजना के तहत 63.91 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया था।

साथ ही उन्होंने सैनिटरी पैड्स की खरीदारी के समय भी अनियमितता बरतने का आरोप लगाया। मंत्री ने हालांकि आरोप से इनकार किया था।केंद्र और राज्य की सत्ता में फिलहाल काबिज भारतीय जनता पार्टी की नीतियों से खफा सरोज वैचारिक तौर पर आरएसएस के विरोधी हैं।

वह मछली शहर लोकसभा के लिए सपा बसपा और कांग्रेस में दावेदारी कर सकते हैं। किसी पार्टी से टिकट नहीं मिलने की स्थिति में वह निर्दलीय ही मैदान में उतारने का मन बना चुके हैं। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से पढ़ाई के बाद 1989 में वह पंजाब कैडर में आईएएस ऑफिसर के तौर पर जुड़े थे।

बाद में उन्होंने पंजाब की ही मंडी गोबिंदगढ़ स्थित देश भगत यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई भी की। उनका कहना है कि बीजेपी और आरएसएस इस देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को नुकसान पहुंचा रहे हैं।

अब बीते 2 सालों से वह मछलीशहर लोकसभा के अंतर्गत गांव मोहल्लों और शैक्षिक संस्थानों में सक्रिय बने हुए हैं। पिछले साल जुलाई 2022 में उन्होंने मित्रों का समूह उत्तर प्रदेश जौनपुर नाम से एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया, जिसमें तकरीबन 1000 सदस्य जुड़े हुए हैं।