अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव:ट्रम्प चाहते हैं कि लोग अब ये सोचें कि वे मौजूदा राष्ट्रपति से छुटकारा नहीं पा सकेंगे

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(www.arya-tv.com)हर दिन अपने ऑफिस को भ्रष्ट बनाने वाले और लोकतांत्रिक नियमों का उल्लंघन करने वाले राष्ट्रपति के साथ रहना कमजोर बना देता है। ऐसी स्थिति में हैरानी और गुस्से के लेवल को हमेशा के लिए काबू में रखना संभव नहीं है। अंत में थकावट और चिड़चिड़ापन घेर ही लेता है। जब कभी डोनाल्ड ट्रम्प भ्रष्टाचार, देश के प्रति वफादारी न दिखाने और दूसरों को दुख पहुंचाने की सीमाएं लांघते हैं, हमें इसे बर्दाश्त करने के लिए मजबूर होना पड़ता है। मन में कई बार गुस्सा आता है और राजनीतिक दुनिया उबाऊ लगने लगती है। कई बार तो कुछ रिपब्लिकन ऑफिस होल्डर्स भी राष्ट्रपति की बातों और उनके कामों से दूरी बनाने लगते हैं।

एक ऐसा पल था जब ट्रम्प ने ट्वीट किया था कि कांग्रेस (संसद) की एक रंग विशेष की चार महिलाओं को उसी पूरी तरह से ध्वस्त हो चुके और अपराध से भरी जगह पर चले जाना चाहिए, जहां से वे आई हैं। अब ट्रम्प ने लोकतंत्र पर नया हमला किया है, उन्हें धन्यवाद कि हमें फिर से यह देखने का मौका मिल रहा है।

ट्रम्प ने सत्ता हस्तांतरण पर डर पैदा करने की कोशिश की

बुधवार के प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रम्प ने स्पष्ट तौर पर डर पैदा करने की कोशिश की, जब उनसे पूछा गया कि क्या वह नवम्बर में चुनाव के बाद शांति से सत्ता हस्तांतरण करेंगे। उन्होंने कहा- हमें देखना होगा कि क्या होता है। इसके बाद उन्होंने बैलट को लेकर शिकायत की, खासतौर पर मेल इन बैलट को लेकर। उन्होंने कहा- बैलट से छुटकारा पाइए और आपको शांति से सत्ता हस्तांतरण देखने को मिलेगा। सीधे शब्दों में कहूं तो यही सरकार सत्ता में बनी रहेगी। ट्रम्प इससे पहले भी कई बार मेल इन बैलट को लेकर संदेह जता चुके हैं।

मीडिया में आई ट्रम्प से जुड़ी डराने वाली खबरें

ट्रम्प की ओर से बैलट को नकारने की मांग, सत्ता हस्तांतरण की संभावनाएं से इनकार करने जैसे शब्द हैं उनकी अपनी मनमर्जी करने की मंशा सामने लाते हैं। इस बीच नजर बीबीसी की हेडलाइन पर जाती है, जिसमें मोटे अक्षरों में लिखा है- ट्रम्प ने शांति से सत्ता हस्तांतरण के लिए तैयार नहीं हुए। आप इसी तरह मीडिया में अमेरिका को एक ऐसे देश के तौर पर कवर होते देख सकते हैं, जिससे ऐसा लगे कि यह पूरी तरह से विफल हो गया है। इस दिन अटलांटिक वेबसाइट में एक बार्टन गेलमैन का आर्टिकल नजर आया जिसमें कहा गया था किस तरी ट्रम्प चुनावी नतीजे पलट सकते हैं।

ट्रम्प कैंपेन की वोट बाइपास करने की योजना

रिपब्लिकन पार्टी के पेंसिल्वेनिया के चेयरमैन ने गेलमैन से ऑन रिकार्ड बताया कि उसने ट्रम्प कैंपेन से वोट को बाइपास करने के बारे में बात की है। उन्होंने इलेक्टोरेल कॉलेज में हेरफेर करने और अपने एलेक्टर्स (स्लेट ऑफ इलेक्टर्स) की मदद से रिपब्लिकन कंट्रोल्ड लेगिसलेटर्स को नियुक्त करवाने की बात कही। ट्रम्प कैंपेन के लीगल एडवाइजर ने कहा- चुनाव वाली रात वोटों की गिनती होगी। जब अंतिम चरण के वोटों के नतीजे घोषित किए जाएंगे तो इसे चुनौती दी जाएगी। कहा जाएगा कि यह सटीक नहीं हैं, इसमें धोखाधड़ी हुई है।