रूस ने युद्धक ड्यूटी पर तैनात की दुनिया की सबसे खतरनाक परमाणु मिसाइल सरमत, दहशत में नाटो देश, जानें ताकत

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(www.arya-tv.com) यूक्रेन युद्ध के बीच रूस ने अपनी महाविनाशक परमाणु मिसाइल सरमत को युद्धक ड्यूटी पर तैनात कर दिया है। यह अंतरमहाद्वीपीय मिसाइल रूसी जखीरे के सबसे आधुनिक हथियारों में शामिल है। रूस की यह मिसाइल अमेरिका तक परमाणु हमला करने में सक्षम है। राष्ट्रपति व्लादमीर पुतिन ने इसी मिसाइल को लेकर कहा था कि यह रूस के दुश्मनों को दो बार सोचने के लिए मजबूर कर देगी। रूस की स्पेस एजेंसी के चीफ यूरी बोरिसोव ने कहा है कि सरमत मिसाइल को सेवा में शामिल कर लिया गया है।

रूस के इस ऐलान से नाटो देशों की टेंशन बढ़ गई है।यूरी ने कहा कि सरमत रणनीतिक सिस्टम युद्धक अलर्ट स्थिति में है। रूसी समाचार एजेंसी तास ने विशेषज्ञों के हवाले से कहा कि RS-28 सरमत मिसाइल 10 टन के वजन के कई परमाणु बम ले जा सकती है। यह मिसाइल दुनिया के किसी भी कोने में हमला करने में सक्षम है। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय वाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने शुक्रवार कहा था कि वह अभी यह पुष्ट करने की हालत में नहीं हैं कि रूस ने सरमत मिसाइल को युद्धक ड्यूटी पर तैनात किया है या नहीं।

रूसी मिसाइल एक बार में ले जा सकती है 15 परमाणु बम

इससे पहले फरवरी में पुतिन ने कहा था कि सरमत मिसाइल को जल्द ही तैनात किया जाएगा। उन्होंने कहा था कि सरमत मिसाइल की विश्वसनीयता विदेशी खतरे से सुरक्षा मुहैया कराएगी। साथ ही जो रूस को धमकाने के लिए आक्रामक बयान दे रहे हैं, वे दो बार सोचेंगे। सरम मिसाइल जमीन के नीचे सुरंग में रखी जाती है और रूस के मुताबिक यह मिसाइल एक बार में 15 परमाणु बम ले जा सकती है। हालांकि अमेरिकी सेना का अनुमान है कि यह मिसाइल एक बार में 10 परमाणु बम ले जा सकती है।

नाटो देश इस मिसाइल को सतान के नाम से बुलाते हैं। यह मिसाइल लॉन्च फेज में बहुत कम समय लेती है जिससे इस मिसाइल को ट्रैक करना दुश्मनों के लिए बहुत ही कठिन है। इस मिसाइल का वजन 200 टन है। इसकी मारक क्षमता 18 हजार किमी तक है। यह अब रूस की पुरानी मिसाइलों की जगह लेगी। रूस ने इस मिसाइल के कई सफल परिक्षण भी किए हैं। माना जा रहा है कि नाटो देशों को डराने के लिए रूस ने इस मिसाइल की तैनाती का ऐलान किया है जो यूक्रेन का खुलकर समर्थन कर रहे हैं।