इविवि की नई कुलपति बनी प्रो. संगीता श्रीवास्तव, बोला समय के हो जाओं पाबंद

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प्रयागराज।(www.arya-tv.com) इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) की नई कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव ने सोमवार को नया पदभार ग्रहण कर लिया। वर्ष 2005 में केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा प्राप्त होने के बाद इविवि की वह चौथी स्थायी कुलपति होंगी। नार्थ हाल स्थित कुलपति कार्यालय में शिक्षकों ने उन्‍हें शुभकामनाएं दी। इस दौरान शिक्षकों से उन्होंने कहा कि सोए हुए विश्वविद्यालय को जगाना होगा

इस कार्य में शिक्षकों को सक्रिय भूमिका निभानी होगी। नवनियुक्त कुलपति का कहना था कि जितनी आप सभी शिक्षकों की उम्मीद हमसे हैं, उतनी ही मेरी उम्मीद भी आप सबसे है। सभी को मिलकर काम करना है। कोरोना काल में भी विश्वविद्यालय को गति देनी होगी। सबसे पहले हम सभी को समय का पाबंद होना होगा। इसलिए समय से आएं और दायित्व निवर्हन में सक्रिय रहेंं।

उन्‍होंने कहा कि सबसे पहले हम सभी को समय का पाबंद होना होगा। समय से आएं और सक्रिय रहे। खुद को एडहॉक पर मान कर काम करें, जिससे बेहतर काम होगा। एडहॉक पर मानेगे तो स्थायी के लिए भी प्रयास होगा। उल्‍लेखनीय है कि केंद्रीय यूनिवर्सिटी का दर्जा मिलने के बाद इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की पहली महिला कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्‍तव हो गई हैं।

वहीं वर्ष 2005 में केंद्रीय दर्जा प्राप्‍त होने के बाद इविवि में प्रोफेसर राजन हर्षे ओर प्रोफेसर एके सिंह तथा प्रोफेसर रतन लाल हांगलू स्‍थायी कुलपति थे। उनकी नियुक्ति पर राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने हरी झंडी दे दी। राष्‍ट्रपति इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के विजिटर भी हैं।

प्रदेश की राज्‍यपाल व उत्‍तर प्रदेश के विश्‍वविदयालय की कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल के आदेश पर प्रोफेसर संगीता को रज्‍जू भैया राज्‍य विश्‍वविदयाल की कुलपति के पद से कार्यमुक्‍त किया गया था। वह रज्‍जू भैया राज्‍य विश्‍वविदयालय की कुलपति थीं।