प्रधानमंत्री  के नेतृत्व में भारत व दक्षिण कोरिया के सम्बन्ध आज नयी ऊँचाइयां प्राप्त कर रहे- मुख्यमंत्री

Lucknow

लखनऊ ।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  भारत और दक्षिण कोरिया के राजनयिक सम्बन्धों की अर्धशताब्दी पूर्ण होने के उपलक्ष्य में दक्षिण कोरिया के जोग्ये बौद्ध संघ द्वारा भारत के बौद्ध तीर्थे की 43 दिवसीय सफल पदयात्रा सम्पन्न होने पर आज यहां बौद्ध विहार शांति उपवन में आयोजित जोग्ये बौद्ध संघ के अभिनन्दन समारोह में सम्मिलित हुए। मुख्यमंत्री  ने भगवान बुद्ध की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर नमन किया। मुख्यमंत्री जी ने कोरियाई भाषा में जोग्ये बौद्ध संघ के भिक्षुओं का स्वागत करते हुए उन्हें बधाई एवं धन्यवाद दिया।

वर्तमान में भारत ने अपनी आजादी के अमृत महोत्सव के उपरान्त अमृत काल के प्रथम वर्ष में प्रवेश किया है। भारत और दक्षिण कोरिया, दोनों देश जी-20 समूह के सदस्य हैं। अपनी आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में भारत को जी-20 समूह की अध्यक्षता करने का अवसर प्राप्त हुआ है। इस वर्ष जी-20 की थीम ‘वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर’ है। यह भारत के प्राचीन ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के भाव से हमें जोड़ती है। पूरी दुनिया में जब भी मैत्री और करुणा की बात होती है, विश्व मानवता भगवान बुद्ध का स्मरण करती है।

भगवान बुद्ध ने अपने जीवन का दो तिहाई हिस्सा उत्तर प्रदेश में व्यतीत किया था।  भगवान बुद्ध ने वाराणसी के समीप स्थित सारनाथ में अपना पहला उपदेश दिया था। श्रावस्ती में सर्वाधिक 25 वर्षावास (चातुर्मास) किये थे। संन्यासियों की परम्परा में वर्षा काल के चार मास चातुर्मास के रूप में माने जाते हैं। उनकी महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर भी उत्तर प्रदेश में है। श्रावस्ती, कपिलवस्तु, देवदह, कुशीनगर, संकिसा, देवगढ़ ललितपुर, अहिछत्र बरेली, कौशाम्बी यह सभी बौद्ध आस्था के पावन स्थल हैं। इन सभी बौद्ध स्थलों के केन्द्र में प्रदेश की राजधानी लखनऊ है। लखनऊ चारों तरफ से भगवान बुद्ध के आभामण्डल से घिरा हुआ है।

उत्तर प्रदेश देश का एकमात्र ऐसा राज्य है जहाँ सरकारी स्तर पर संचालित इतना विशाल बुद्ध विहार-‘शान्ति उपवन बुद्ध विहार’ है, जहां यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। प्रदेश में अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान भी है, जहाँ शोधार्थी बौद्ध धर्म पर शोध करते हैं। भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ, प्रधानमंत्री  के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में अवस्थित है। प्रधानमंत्री  की प्रेरणा से भगवान बुद्ध के जीवन दर्शन से जुड़े सभी पवित्र स्थलों को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा विकसित किया जा रहा है। 

प्रधानमंत्री  के नेतृत्व में भारत व दक्षिण कोरिया के सम्बन्ध आज नयी ऊँचाइयां प्राप्त कर रहे हैं। प्रधानमंत्री  तथा दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जई इन ने वर्ष 2018 में प्रदेश के जनपद गौतमबुद्धनगर स्थित नोएडा में सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स की नई मोबाइल फोन निर्माण इकाई का संयुक्त रूप से उद्घाटन  किया था। भारत और दक्षिण कोरिया का परस्पर व्यापार 28 मिलियन डॉलर का है। 

अयोध्या तथा कोरिया का गिम्हे शहर सिस्टर सिटी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान बुद्ध के धम्म को चीन होते हुए भारत के बौद्ध आचार्य बोधिधर्म द्वारा कोरिया में प्रवेश किया गया। ध्यान परम्परा सिओन का उद्गम स्थल उत्तर प्रदेश का श्रावस्ती है जहाँ आपकी यात्रा का उपसंहार हुआ है। इस प्रकार जोग्ये बौद्ध संघ के उद्गम की जड़ें भारत में हैं। हमारे सांस्कृतिक तथा आध्यात्मिक सम्बन्ध सदियों पुराने हैं। इस दृष्टि से आप विदेश में नहीं बल्कि अपने आध्यात्मिक पूर्वजों के घर आए हैं। यहां आप अपने गुरु भाइयों से मिलने आये हैं।