ई-श्रम कार्ड बनाने के नाम पर हो रही वसूली, ये हो रहा है गफला

Gorakhpur Zone

गोरखपुर (www.arya-tv.com) असंगठित श्रमिकों के लिए सरकार ने ई-श्रमकार्ड योजना शुरू की है। मजदूरों की सहुलियत के लिए जनसुविधा केंद्रों में निश्शुल्क पंजीकरण की सुविधा दी गई है। साथ ही केंद्र संचालकों का अहित न हो इसलिए उन्हें प्रतिकार्ड 20 रुपये विभाग की ओर मिल रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी महराजगंज जिले में कइ्र केंद्र संचालक ई-श्रम कार्ड बनाने के नाम पर जन सुविधा केंद्रों की ओर से 50 से 70 रुपये तक की वसूली की जा रही है।

14:61 लाख ई-श्रम कार्ड बनाने का लक्ष्‍य

जिले में श्रम विभाग की ओर से कुल 14 लाख 61 हजार 174 लोगों का ई-श्रम कार्ड बनाने का लक्ष्य तय किया गया है। इसके लिए विभाग की ओर से जिले के जन सुविधा केंद्रों (सीएससी) को जिम्मेदारी सौंपी गई है। योजना के मुताबिक इन जन सुविधा केंद्रों पर कोई भी जाकर अपना निश्शुल्क में ई-श्रम कार्ड का पंजीकरण करा सकता है। लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण इन जन सुविधा केंद्रों पर योजना का उल्लंघन करते हुए प्रत्येक दिवस लोगों से पंजीकरण के नाम पर उगाही की जा रही है।

वसूली की शिकायत मिलने पर होगी कार्रवाई

प्रभारी श्रम प्रवर्तन अधिकारी शिवानंद सिंह ने बताया कि सभी जनसुविधा केंद्रों पर निश्शुल्क में ई-श्रम कार्ड पंजीकरण करने की याेजना है। अगर इसके लिए कोई रुपये लेता है, तो लोग इसकी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। शेष विभाग की ओर से भी अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।

ई-श्रम कार्ड से क्या है लाभ

ई-श्रम कार्ड से असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को जहां एक वर्ष में पांच लाख रुपये तक का इलाज स्वयं और उनके परिवार का हो सकेगा, वहीं दुर्घटना में मृत्यु होने पर दो लाख तो दिव्यांगता की अवस्था में एक से दो लाख रुपये तक की सहायता राशि मिलेगी। साथ ही श्रम विभाग की समस्त योजनाओं के लिए ई-श्रम कार्ड का होना आश्यक है।

पंजीकरण में जिले को मिला मंडल में प्रथम स्थान

जिले में कुल 14 लाख 61 हजार 174 लोगों का ई-श्रम कार्ड बनवाए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसमें अबतक जिले के 93 हजार 95 लोगों का ई-श्रम कार्ड के लिए पंजीकरण हो चुका है। यह कुल लक्ष्य के सापेक्ष 63 फीसद है। जबकि वहीं मंडल में देवरिया लक्ष्य 14.03 लाख के सापेक्ष 47.70 फीसद, गोरखपुर लक्ष्य 19.22 लाख के सापेक्ष 61 फीसद और कुशीनगर मे लक्ष्य 18.70 फीसद के सापेक्ष मात्र 53.82 फीसद पंजीकरण हुआ है।