राम जन्म भूमि की रेकी भी की थी आतंकियों ने:आईबी के मुताबिक राम मंदिर पर फैसले के बाद आतंकियों ने बनाया ब्लास्ट का प्लान

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(www.arya-tv.com)लखनऊ में गिरफ्तार अलकायदा की विंग अंसार अलकायदा हिंद (AGH) के आतंकी मिनहाज अहमद और मसीरुद्दीन उर्फ मुशीर को ATS ने 14 दिन की रिमांड पर लिया है। सोमवार दोपहर दोनों को लखनऊ में ATS/NIA की स्पेशल कोर्ट में पेश किया। जहां ATS ने रिमांड अर्जी दाखिल की। जिसे अपर जिला जज-3 कोर्ट के जस्टिस राम योगेंद्र गुप्ता ने स्वीकार कर लिया।

वहीं, आईबी की रिपोर्ट के मुताबिक राम मंदिर पर फैसला आने के बाद से ये आतंकी सीरियल ब्लास्ट की साजिश रच रहे थे। इसी लिए अलकायडा का ये मॉड्यूल खड़ा किया गया। इसके लिए पहले नए लड़के भर्ती किए गए, फिर उन्हें फिदाइन दस्ता के लिए तैयार किया गया। इन्हें प्रशिक्षित किया गया कि कम पैसे में कैसे बम बनाना है। यह भी पता चला है कि दस्ते में शामिल लड़कों ने अयोध्या में राम जन्म भूमि की रेकी भी थी।

कमांडर फरार है

इससे पहले मिनहाज और मसीरुद्दीन से पूछताछ में ATS को अहम सुराग हाथ लगे हैं। यूपी में अलकायदा के आतंकी बड़ी साजिश की फिराक में थे। ATS का दावा है कि दोनों 15 अगस्त को सीरियल ब्लास्ट और मानव बम बनकर देश को दहलाने की साजिश रच रहे थे। इन दोनों को AGH का यूपी कमांडर शकील ऑपरेट कर रहा था।

ATS को रविवार को लखनऊ के दुबग्गा में आतंकियों के होने का इनपुट मिला था। लेकिन घेराबंदी से पहले शकील भाग निकला। मिनहाज अहमद और मसीरुद्दीन पकड़ में आए थे। ATS शकील की तलाश कर रही है।

कानपुर में ATS की कार्रवाई, 6 हिरासत में लिए गए

UP ATS ने कानपुर में बड़ी कार्रवाई की है। यहां ATS ने आतंकियों के एक साथी इरशाद समेत 6 लोगों को हिरासत में लिया है। सूत्रों का कहना है कि इरशाद 15 अगस्त को होने वाले सीरियल ब्लास्ट में मिनहाज और मसीरुद्दीन की मदद कर रहा था। जबकि पेचबाग का रहने वाला लईक और एक अन्य कैरियर हैं। रिहाइशी इलाके में रहने वाले ये सभी स्लीपर सेल हैं। यूपी कमांडर शकील का इशारा मिलते ही बम और असलहे तय जगह पर पहुंचाने वाले थे।

शकील ने ब्लास्ट की बना ली थी प्लानिंग

ATS ने बीते 24 घंटे में शकील की तलाश में लखनऊ, कानपुर, मेरठ, देवबंद और बाराबंकी में छापेमारी की है। मिनहाज व मसीरूद्दीन से मिले इनपुट से साफ है कि इन लोगों के निशाने पर प्रदेश के प्रमुख मंदिर, स्मारक, रेलवे स्टेशन और 15 अगस्त के कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले राजनेता व पुलिसकर्मी थे। इन लोगों ने पूरे प्रदेश में करीब दर्जन भर स्थानों की निशानदेही कर सीरियल ब्लास्ट करने की योजना बना ली थी। इसके लिए इनके स्लीपिंग माड्यूल्स पूरी तरह से सक्रिय हो चुके थे।

सुरक्षा एजेंसियों ने प्रदेश में 23 संदिग्ध उठाए
सुरक्षा एजेंसियां कानपुर, सहारनपुर और लखनऊ से करीब 23 स्लीपिंग माड्यूल्स को उठाकर पूछताछ कर रही है। साथ ही मिनहाज, मसीरूद्दीन के परिवार वालों से इनकी गतिविधियों से जुड़ी जानकारी जुटा रही है। सूत्रों के मुताबिक यह लोग आसपास के सुनसान इलाकों में नवयुवकों को रेडिक्लाइज कर जेहाद के लिए तैयार कर रहे थे। उनसे मिलने वाले युवाओं का भी पता लगाया जा रहा है।

जेल में बंद आतंकियों के रिश्तेदारों पर भी नजर
एटीएस ने जेल में बंद आतंकियों के रिश्तेदारों पर भी नजर रखना शुरू कर दिया है। मार्च 2017 में एटीएस मुठभेड़ में मारे गए कानपुर के सैफुल्ला के साथी गौस मुहम्मद, दानिश व आतिफ अभी जेल में हैं। वहीं, कानपुर में गिरफ्तार असम का कमरुद्दीन भी जेल में ही है। उससे जुड़े करीब दर्जन भर लोग एटीएस की रडार पर है। जिनका इन लोगों से कभी न कभी संपर्क रहा था और इनसे मिले भी थे।