पेशी के बहाने पप्पू स्मार्ट ने अपराधियों से की मीटिंग: पिंटू सेंगर हत्याकांड का है आरोपी

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(www.arya-tv.com) कानपुर के चर्चित पिंटू सेंगर हत्याकांड के आरोपी पप्पू स्मार्ट की बगैर तारीख कोर्ट में पेशी के पीछे बड़ा खेल हुआ था। वह पेशी के बहाने अपराधियों से मीटिंग करने आया था। बगैर तारीख के तलबी आदेश के पीछे बड़ा सिंडीकेट सामने आया है। जिसने कोर्ट को भी गुमराह किया। एडीसीपी मनीष सोनकर की जांच में कई अहम साक्ष्य सामने आए हैं। आज एडीसीपी अपनी रिपोर्ट कानपुर पुलिस कमिश्नर को सौंपेंगे। मामले में पुलिस एफआईआर भी दर्ज करा सकती है।

पिंटू सेंगर के भाई ने की जांच की मांग
कोर्ट में गलत तरीके से पहुंचकर शातिर अपराधी पप्पू स्मार्ट ने अपराधियों के साथ बैठक की थी। गलत तलबी आदेश पर पप्पू स्मार्ट की पेशी की जांच को लेकर पिंटू सेंगर के भाई धर्मेन्द्र सिंह सेंगर ने पुलिस कमिश्नर को शिकायत पत्र दिया था। मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी। इसके बाद पुलिस कमिश्नर ने मामले में जांच बैठाई है।

आज एडीसीपी सौंपेंगे अपनी जांच रिपोर्ट
पिंटू सेंगर हत्याकांड में जेल में बंद गैंगस्टर मो. आसिम उर्फ पप्पू स्मार्ट बगैर तारीख के तलबी आदेश पर 25 जुलाई को कोर्ट में पहुंचा था। इस बात का खुलासा होने पर पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा ने जांच बैठाई थी। लंबे समय तक एटीएस में रह चुके तेज तर्रार पुलिस अफसर मनीष सोनकर मामले की जांच कर रहे हैं।

सूत्रों की मानें तो एडीसीपी की जांच में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। साजिश के तहत पप्पू स्मार्ट का फर्जी तलबी आदेश कोर्ट से जारी कराया गया था। गलत करीके से पप्पू को कोर्ट में पेश कराने के पीछे पूरा सिंडीकेट काम कर रहा है। कोर्ट को भी गुमराह करके आदेश जारी कराया गया। बगैर तारीख के तलबी आदेश जारी कराकर पप्पू स्मार्ट को कोर्ट में पेशी के बहाने लाया गया था। इसके बाद कचहरी परिसर में पप्पू ने अपने बेटे मो. जैन उर्फ कालिया समेत कई शूटरों के साथ एक बैठक की थी।

मनीष सोनकर आज शनिवार को अपनी जांच रिपोर्ट पुलिस कमिश्नर को सौंपेंगे। माना जा रहा है कि इस मामले में एफआईआर भी दर्ज कराई जा सकती है। इससे कि फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सके।

हिस्ट्रीशीटर, गैंगस्टर और NSA की पप्पू पर हो चुकी है कार्रवाईing

चकेरी थाना क्षेत्र में रहने वाला पप्पू स्मार्ट भू-माफिया है। उसने जमीनों पर कब्जा करके करोड़ों रुपए कमाए। जमीन के विवाद में ही उसने बसपा नेता पिंटू की शूटरों से दिन दहाड़े गोली मरवाकर हत्या कर दी थी। इसके बाद से वह पिंटू की हत्या के आरोप में जेल में बंद है।

इन पांच बिन्दुओं पर केंद्रित हैं जांच

  • क्या पप्पू स्मार्ट की 25 जुलाई को गैंगस्टर कोर्ट में पेशी थी…? क्या यह आदेश न्यायालय से ही जारी हुआ था।
  • इस सम्बन्ध में इस बात की तस्दीक की जाए कि क्या कोर्ट ने पप्पू स्मार्ट को कोर्ट में फिजिकल में हाजिर होने का आदेश दिया था, यदि नही तो यह कार्य किसके द्वारा कारित किया गया है ।
  • वर्चुअल हियरिंग के क्रम में फिजिकल हियरिंग कराये जाने से मामले को भी जांच करने का आदेश दिया है।
  • इस बात का भी परीक्षण करें की पिछले 02 साल में पप्पू स्मार्ट कितनी बार जेल से बाहर निकला और क्या उन सभी दिनों में कोर्ट में उसकी तारीख लगी हुई थी ।
  • न्यायालय के बाहर का वह क्षेत्र जहां विचाराधीन बन्दियों को लाकर रखा जाता है तथा गलियारें बरामदे का सीसीटीवी फुटेज भी जुटाए गए हैं। जिससे यह देखा जा सके कि पप्पू स्मार्ट की मुलाकात किन-किन लोगों से न्यायालय आने के बाद हुई।