प्रयागराज के प्राइवेट अस्पतालों में 1500 से ज्यादा डेंगू मरीज, कागजों में महज 251

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(www.arya-tv.com)  सरकारी अस्पताल ही नहीं बल्कि शहर के बड़े प्राइवेट अस्पतालों में भी डेंगू मरीजों की भरमार है। शहर के सभी प्राइवेट अस्पतालों में लगभग 1500 से ज्यादा डेंगू मरीज भर्ती हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में महज 251 मरीजों का जिक्र किया गया है। शहर के 20 से ज्यादा ऐसे बड़े अस्पताल हैं जिनमें 90% मरीज सिर्फ डेंगू के भर्ती हैं।

कई अस्पताल तो ऐसे भी हैं जो पूरी तरह से फुल हो गए हैं उन्हें अब आने वाले डेंगू मरीजों को बेड खाली न होने पर लौटाना पड़ रहा है। जबकि जिला मलेरिया अधिकारी की रिपोर्ट के मुताबिक अस्पतालों में भर्ती डेंगू मरीजों की संख्या महज 29 है।

एलाइजा जांच को ही मानते हैं डेंगू का केस
दरअसल, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उसी मरीज को डेंगू का मरीज मान रहे हैं जिनकी मेडिकल कॉलेज में एलाइजा जांच हुई है। यही कारण है कि यह मलेरिया अधिकारी की फाइलों में डेंगू मरीजों की संख्या बहुत कम है। निजी पैथालॉजी में कार्ड (रैपिड टेस्ट) के जरिए डेंगू संबंधित जांच की जा रही है, यही कारण है कि रैपिड टेस्ट में पाजिटिव आने वाले मरीजों को विभाग डेंगू का मरीज नहीं मानता है।

भाजपा नेत्री की बेटी की डेंगू से मौत

भाजपा महानगर कार्यसमिति की सदस्य अनीता राज की बेटी स्वाति का गुरुवार की रात डेंगू से मौत हो गई है। भाजपा के मीडिया प्रभारी राजेश केसरवानी ने बताया कि स्वाति को लखनऊ के नारायण स्वरूप हास्पिटल में भर्ती किया गया था। वहां से गुरुग्राम वेंदाता के लिए लेकर जाया जा रहा था, रास्ते में उनकी मौत हो गई है। वहीं जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. आनंद सिंह ने कहना है इस मौत के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है।

जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. आनंद सिंह कहते हैं कि हम सिर्फ एलाइजा टेस्ट के मरीजों को ही डेंगू का केस मानते हैं। निजी नर्सिंग होम वाले रिपोर्ट हमें भेजते हैं कि कार्ड की जांच में कितने मरीज मिले हैं। कार्ड से जो जांच होती है उसे हम डेंगू का मरीज नहीं मानते हैं, उन्हें डेंगू के बजाय वायरल फीवर के मरीज मानकर इलाज कराया जाता है। अभी तक जनपद में 251 डेंगू के मरीज मिले हैं।