मोटो जीपी का अगले साल भी आयोजन, तीन दिन में 933 करोड़ रुपये का कारोबार, पहुंचे रिकॉर्ड विजिटर्स

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(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में 22 से 24 सितंबर तक हुए मोटो जीपी भारत ने दुनिया के 200 से अधिक देशों में यूपी की ब्रैंडिंग तो की ही, साथ ही यह आयोजन कारोबार के मौके भी लेकर आया। तीन दिवसीय इवेंट को देखने के लिए देश-दुनिया के एक लाख ज्यादा लोग ग्रेटर नोएडा आए। इस दौरान करीब 933 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ।

इसमें ट्रैक के विकास और बुनियादी ढांचे में 50 करोड़ रुपये का निवेश शामिल है। इन आर्थिक गतिविधियों का लाभ ग्रेटर नोएडा में होटल इंडस्ट्री, रेस्तरां, परिवहन, हॉस्पिटैलिटी समेत कई सेक्टरों को मिला है। अधिकारियों के मुताबिक सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद बड़े ब्रैंड्स यूपी में अपना निवेश बढ़ाने की तैयारी कर रहे हैं।

बुद्ध इंटरनैशनल सर्किट पर मोटो जीपी, मोटो 2 और मोटो 3 रेस के दौरान दुनिया की 41 टीमों के 82 राइडर्स ने हिस्सा लिया। 2024 में भी मोटो जीपी का आयोजन ग्रेटर नोएडा के बुद्ध इंटरनैशनल सर्किट में हो सकता है। मोटो जीपी की प्रमोटर कंपनी डोरना स्पोर्ट्स के सीईओ कॉर्मेलो एजपेलेटा ने सीएम योगी से मुलाकात के दौरान बेहतरीन आयोजन को लेकर धन्यवाद देने के साथ अगले वर्ष लौटकर आने का वादा किया।

उन्होंने सीएम को टोकन ऑफ एप्रिसिएशन के रूप में एक हेलमेट भेंट किया, जिस पर इवेंट में हिस्सा लेने वाले 22 राइडर्स के हस्ताक्षर थे। सीईओ कहा कि बुद्ध इंटरनैशनल सर्किट के ट्रैक और इसकी तकनीकी बारिकियों की सभी राइडर्स ने तारीफ की है। इसके बाद सरकार ने अगले आयोजन की संभावनाओं पर काम शुरू कर दिया है।

रेकॉर्ड संख्या में पहुंचे विजिटर्स

इस रेस का लुत्फ उठाने के लिए तीन दिनों में एक लाख से अधिक विजिटर पहुंचे। इनमें 10 हजार से 15 हजार के बीच विदेशी विजिटर भी शामिल रहे। सर्वाधिक विजिटर मोटो जीपी की फाइनल रेस के दिन मौजूद रहे। करीब 50 हजार विजिटर ने मार्को बेजेची को रोमांचक मुकाबले में विनर बनते और सीएम योगी को उन्हें ट्रॉफी सौंपते हुए देखा।

इवेंट के दूसरे दिन करीब 30 हजार विजिटर ने क्वॉलिफाइंग राउंड और रेस का नजारा देखा तो पहले दिन 15 हजार विजिटर पहुंचे थे। 21 सितंबर को भी प्रैक्टिस रेस देखने के लिए भी हजारों विजिटर मौजूद थे। खास बात यह है कि नोएडा में उस समय मोटी जीपी के साथ इंटरनैशनल ट्रेड फेयर भी चल रहा था। बावजूद इसके प्रशासनिक प्रबंधन के चलते आयोजन में कहीं कोई समस्या नहीं आई।