मालदीव: भारत के खिलाफ जहर उगलने वाले पूर्व राष्ट्रपति को 11 की जेल

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(www.arya-tv.com) भारत के खिलाफ जहर उगलने वाले और चीन का समर्थन करने वाले मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन को 11 साल की जेल हो गई है। मालदीव की एक अदालत ने 25 दिसंबर यानी की रविवार को अब्दुल्ला यामीन को धन शोधन और भ्रष्टाचार का दोषी ठहराते हुए यह फैसला किया है। इतना ही नहीं, मालदीप के पूर्व राष्ट्रपति पर 50 लाख डॉलर का जुर्माना भी लगाया गया है।

मालदीव की अदालत ने यामीन को सरकार के स्वामित्व वाले एक द्वीप को पट्टे पर देने के एवज में रिश्वत लेने का दोषी पाया। यामीन वर्ष 2013 से 2018 के दौरान मालदीव के राष्ट्रपति थे। अदालत ने पूर्व राष्ट्रपति को धन शोधन के लिए सात साल और रिश्वत लेने के लिए चार साल की सजा सुनाई है।

हालांकि, यह पहली बार नहीं है, जब अब्दुल्ला यामीन को सजा हुई है। इससे पहले 2019 में एक अलग मामले में यामीन को दोषी पाया गया था और उन्हें 5 साल की सजा हुई थी। लेकिन दो साल बाद उच्चतम न्यायालय ने यह फैसला पलट दिया था। उस वक्त अदालत ने कहा था कि सबूतों में विसंगतियां थी और यह निर्णायक रूप से साबित नहीं हुआ कि यामीन ने व्यक्तिगत लाभ के लिए सरकारी धन में 10 लाख डॉलर का धन शोधन किया था।

बता दें, जिस वक्त यामीन मालदीप के राष्ट्रपति थे उस वक्त अब्दुल्ला यामीन ने चीन के समर्थन में और भारत के खिलाफ कई काम किए थे। उन्होंने 2013 से 2018 तक राष्ट्रपति रहे यामीन के कार्यकाल में भारत के खिलाफ एक एक्टिविस्ट ने इंडिया आउट नाम से कैंपेन चलाया था।

बाद में पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने इस अभियान को हाईजैक कर लिया और अपने हाथों में ले लिया था। यामीन ने खुले रूप से अपनी नीतियों को चीन के पक्ष में मोड़ा था। ये वो समय था जब चीन हिन्द महासागर में अपनी ताकत बढ़ा रहा था। चीनी प्रोपगैंडा में फंसकर अब्दुल्ला यामीन खुलकर भारत के खिलाफ आ गए।