- अब सोलर सिटी के रूप में विकसित होगा लखनऊ, आरएमआई और यूपीनेडा ने संयुक्त रूप से किया संगोष्ठी का आयोजन
- आरएमआई और यूपीनेडा के संयुक्त प्रयास से सरोजनीनगर बनेगा मॉडल निर्वाचन क्षेत्र, डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा सोलर एनर्जी है हमारा भविष्य
- सौर ऊर्जा भारत की भावी ऊर्जा आवश्यकताओं और जीवाश्म ईधन का सर्वश्रेष्ठ विकल्प है – डॉ. राजेश्वर सिंह
कानपुर रोड स्थित द पिकैडिली होटल में डॉ. राजेश्वर सिंह, विधायक – सरोजनीनगर की गरिमामय उपस्थिति में “लखनऊ सोलर सिटी: मॉडल निर्वाचन क्षेत्र – सरोजनीनगर” संगोष्ठी का आयोजन हुआ जिसमें आरएमआई नॉलेज पार्टनर के रूप में यूपीनेडा का सहयोगी रहा।
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य लखनऊ को सोलर सिटी व सरोजनीनगर को मॉडल विधानसभा के रूप मे विकसित करना व वाणिज्यिक और औद्योगिक (सी एंड आई) खंड से बिजली उपभोक्ताओं को इकट्ठा करना था जो नई उत्तर प्रदेश सौर ऊर्जा नीति 2022 के तहत सौर ऊर्जा से लाभ उठा सकते हैं और राज्य में सौर ऊर्जा अपनाने में तेजी लाने में मदद कर सकते हैं।
यह कार्यक्रम उपभोक्ताओं के लिए डेवलपर्स और फाइनेंसरों से सौर ऊर्जा खरीदने से जुड़ी प्रक्रिया, लागत और लाभों के बारे में जानकारी प्रदान करने का एक बेहतरीन मंच साबित हुआ।
विधायक डॉ राजेश्वर सिंह ने बड़ी संख्या में उपस्थित अधिकारियों और व्यापारियों का स्वागत और अभिनंदन किया तथा सरोजनीनगर की जनता को बधाई देते हुए कहा कि आदर्श सरोजनीनगर बनने की दिशा में यह नई उपलब्धि है।
सौर ऊर्जा भारत की भावी ऊर्जा आवश्यकताओं और जीवाश्म ईधन का सर्वश्रेष्ठ विकल्प है। वर्ष 2030 तक भारत द्वारा अक्षय ऊर्जा स्रोतों से 500 गीगावाट एनर्जी प्रोडक्शन का महत्वाकांक्षी लक्ष्य ‘हरित भारत’ की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है!
आपको बता दें कि सरोजनीनगर विधानसभा के नगर निगम जोन 8 के क्षेत्र मे गोबर के प्रयोग से बायोगैस व जैविक खाद यूनिट का निर्माण किया जाएगा जो कि पर्यावरण संरक्षण के साथ साथ किसान भाइयों के लिए भी वरदान साबित होगा।
डॉ. राजेश्वर सिंह ने सभा मे उपस्थित उद्योगपतियों का अभिवादन करते हुए आगे कहा कि उद्योगपति देश की अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभाते हैं, देश को पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में आपका विशेष योगदान रहा। विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने खुशी जताते हुए कहा कि जहां पूरा विश्व आज 3.50% की गति से ग्रोथ कर रहा है वंही हम आज विश्व की पहली अर्थव्यवस्था बनने के लिए 7% की गति से आगे बढ़ रहे हैं।
उन्होंने अपने उद्बोधन में आगे कहा सोलर एनर्जी हमारा फ्यूचर है, आज हमारे प्रदेश और देश के साथ-साथ विश्व में भी इसकी संभावनाएं हैं। विश्व आज सोलर एनर्जी की ओर ग्रोथ कर रहा है। तमाम देश इसके लिए रिसर्च कर रहे हैं।
ग्लोबल वार्मिंग, बढ़ती पॉल्यूशन और फॉसिल फ्यूल एनर्जी के पर्याप्त न होने के कारण चुनौतियाँ बढ़ती जा रही हैं तथा प्रदूषण बढ़ता जा रहा है, यह बेहद चिंता जनक है। जो हमारा तापमान आज 1.3% बढ़ा है यह बहुत गंभीर समस्या है। हमें अपनी आने वाली पीढ़ी के बारे में सोचना होगा। अपनी पीढ़ी को हमें ग्रीन एनर्जी देनी है।
डॉ राजेश्वर सिंह ने इस बात पर जोर दिया है कि सूर्य भारी मात्रा में ऊर्जा प्रदान करता है, जो वर्तमान में मानवता की आवश्यकता से लगभग 10 हजार गुना अधिक है, और यह ऊर्जा का एक स्वच्छ स्रोत है। इसलिए, यह जरूरी है कि हम सौर ऊर्जा के दोहन पर अधिक जोर दें।
कृत्रिम प्रकाश संश्लेषण के क्षेत्र में चल रहे अनुसंधान और विकास प्रयासों के कारण निकट भविष्य में सौर ऊर्जा की लागत कम होने की उम्मीद है। इसमें रासायनिक इंजीनियरों, भौतिकविदों और सामग्री वैज्ञानिकों के बीच सहयोग शामिल है ताकि सूर्य के प्रकाश को तरल ईंधन में परिवर्तित करने के तरीके ढूंढे जा सकें, जो कि शैवाल, पौधों और प्लवक में होने वाली प्रक्रिया के समान है। तरल ईंधन का उत्पादन करने के लिए सूर्य के प्रकाश, पानी और कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग करने का विचार है।
कैलटेक सक्रिय रूप से अंतरिक्ष में सौर ऊर्जा उत्पन्न करने और इसे एंटेना के माध्यम से पृथ्वी तक प्रसारित करने के लिए एक अभूतपूर्व परियोजना पर काम कर रहा है। यह महत्वाकांक्षी प्रयास स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र के लिए बड़ी संभावनाएं रखता है।
जलवायु परिवर्तन के संबंध में डॉ. राजेश्वर सिंह ने बताया कि , तापमान सीमा प्रति औद्योगिक स्तर पर 1.5 डिग्री है जिसे हमें और हमें गंभीर प्रभावों को कम करने की आवश्यकता है। दुर्भाग्य से, दुनिया में पहले ही 1.1 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि का अनुभव हो चुका है। 1.5-डिग्री लक्ष्य के भीतर रहने के लिए, हमें ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को 43% तक कम करना होगा। जलवायु परिवर्तन पर अंतर सरकारी पैनल (आईपीसीसी) ने जोर देकर कहा है कि हम एक महत्वपूर्ण मोड़, “अभी या कभी नहीं” चरण पर पहुंच गए हैं। हम अनिवार्य रूप से एक जलवायु टाइम बम पर बैठे हैं, और इसका समाधान करने में विफल रहने पर गंभीर परिणाम होंगे। इसलिए, भावी पीढ़ियों की भलाई की रक्षा करते हुए हमारी वर्तमान और भविष्य की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों की ओर ध्यान देना अनिवार्य है।
कार्यक्रम में डायरेक्टर UPNEDA अनुपम शुक्ला, नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह, व्यापार मंडल अध्यक्ष संदीप बंसल सहित समस्त पार्षद व्यापारीगण एवं क्षेत्र के सम्मानित जन उपस्थित रहे।