जानिए मूंगफली और चना किस प्रकार है स्वास्थ्य के लिए लाभदायक

Health /Sanitation

(Arya Tv Desk : Lucknow) Dipti yadav

जहां खान-पान व अनियमित रूटीन की वजह से हजरों बीमारियाँ हो रही है वहीं हम आपको मूंगफली और चने के फायदे बता दे कि किस प्रकार स्वास्थ्य में लाभदायक है.

 मूंगफली, चना, सेब और पादप स्टेरॉल की थोड़ी मात्रा लेने से कोलेस्ट्रॉल कम हो सकता है और रक्तचाप में सुधार होता है.

वाशिंगटन डीसी में क्लीनिकल रिसर्च एट द फिजिशियन कमेटी फॉर रेस्पांसिबल मेडिसिन के निदेशक हाना कहलेवा ने बताया कि, “पहले के नैदानिक परीक्षणों व निगरानी वाले शोध में पाया गया है कि पौधों पर आधारित आहार से दिल के स्वास्थ्य में सुधार होता है।”

कहलेओवा ने बताया कि, “यह शोध बताता है कि कुछ निश्चित पादप खाद्य पदार्थ खास तौर से कोलेस्ट्रॉल को कम करने में प्रभावी हैं और हमारे दिल संबंधी स्वास्थ्य को बेहतर करने वाले होते हैं।”

शोधकर्ताओं ने आहार में 42 ग्राम बादाम (पेड़ के नट या मूंगफली), सोया उत्पादों या आहार दालों (सेम, मटर, चम्मच, या मसूर) से 50 ग्राम पौधे से प्राप्त प्रोटीन और जई, जौ, साइबलियम बैंगन, ओकरा, सेब, संतरे, या जामुन व बेर, चिपचिपा घुलनशील फाइबर 20 ग्राम और पूरक या पौधे के स्टेरॉल वाले उत्पाद दो ग्राम हर रोज लेने को फायदेमंद बताया है।

क्‍यों होता है उच्‍च रक्‍तचाप

उच्च रक्तचाप अथवा हाइपरटेंशन, एक पुरानी चिकित्सीय स्थिति है। इसमें धमनियों में रक्त का दबाव बढ़ जाता है। दबाव बढ़ने के कारण धमनियों में रक्त का प्रवाह बनाए रखने के लिए दिल को सामान्य से अधिक काम करने की जरूरत पड़ती है। रक्तचाप में दो माप शामिल होते हैं। सिस्टोलिक और डायस्टोलिक नाम के ये दो माप इस बात पर निर्भर करते हैं कि हृदय की मांसपेशियों में संकुचन (सिस्टोल) हो रहा है या धड़कनों के बीच तनाव मुक्तता (डायस्टोल) हो रही है। आराम के समय पर सामान्य रक्तचाप 100-140 mm Hg सिस्टोलिक (उच्चतम-रीडिंग) और 60-90 mm Hg डायस्टोलिक (निचली-रीडिंग) की सीमा के भीतर होता है। यदि यह लगातार 90/140 mm Hg पर या इसके ऊपर बना रहे, तो उच्‍च-रक्‍तचाप होता है।