BBAU में हुआ द्वि- दिवसीय स्वच्छता एवं मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का उद्घाटन

Lucknow
  • एक मत का मूल्य आने वाले 5 वर्षों का भविष्य निर्धारित करता है : मनोज कांत
  • देश के पुनर्निर्माण सबसे ज्यादा दायित्व भारत के नौजवानों पर :डॉ.राजशरण शाही

बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में युवा मामले एवं खेल मंत्रालय व राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के संयुक्त तत्वाधान में द्वि- दिवसीय स्वच्छता एवं मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का उद्घाटन हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर राष्ट्र धर्म प्रकाशन लिमिटेड के निर्देशक मनोज कांत उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त मंच पर स्कूल ऑफ एजूकेशन के संकायाध्यक्ष प्रो० राज शरण शाही, प्रसिद्ध समाजसेवी डॉ० ए० के० हाशमी, एनएसएस समन्वयक डॉ० पवन चौरसिया, एनएसएस युवा अधिकारी राजेश तिवारी एवं एनएसएस व्यक्ति सहायक अश्विनी मौजूद रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ बाबासाहेब के छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ हुआ। इसके पश्चात आयोजन समिति की ओर से अतिथियों एवं शिक्षकों को पुष्पगुच्छ एवं स्मृतिचिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। सर्वप्रथम एनएसएस समन्वयक डॉ० पवन चौरसिया ने सभी को अतिथियों के परिचय से अवगत कराया। इसके पश्चात डॉ० अर्पित शैलेश ने सभी को एनएसएस एवं कार्यक्रम के उद्देश्य व‌ रूपरेखा की‌ जानकारी दी। कार्यक्रम के दौरान सभी को मतदान करने की शपथ दिलाई गई। मंच संचालन‌ का कार्य एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी डॉ० नरेंद्र सिंह द्वारा किया गया।

मुख्य अतिथि मनोज कांत ने सभी को संबोधित करते हुए कहा, कि किसी भी लोकतंत्र में एक मत की भी स्वयं में महत्वपूर्ण भूमिका है। क्योंकि एक मत का मूल्य आने वाले 5 वर्षों का भविष्य निर्धारित करता है। दूसरी ओर मतदान आपके बुद्धि विवेक के जागरण को भी दर्शाता है। इसीलिए सभी नागरिकों को अवश्य ही मतदान करना चाहिए। ऑफ एजूकेशन के संकायाध्यक्ष प्रो० राज शरण शाही ने अपने विचार रखते हुए कहा कि देश के पुनर्निर्माण सबसे ज्यादा दायित्व भारत के नौजवानों पर है। इसीलिए भारत के लोकतंत्र को मजबूत करने एवं महापुरषो के सपनों को साकार करने के लिए मतदान करना बहुत जरुरी है।

समाजसेवी डॉ० ए० के० हाशमी ने चर्चा के दौरान कहा कि शहीदों के कुर्बानियों को याद रखना बहुत जरुरी है। इसीलिए अपने देश की‌ प्राचीन विरासत को बचाये रखने के लिए हमें सोच समझकर सरकार का चुनाव करना चाहिए। भारत युवाओं का देश हैं , इसीलिए हमें अपने मताधिकार का उचित प्रयोग करके अपने कर्तव्य का निर्वाह करना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ० तरूणा, डॉ० प्रणब आनंद, डॉ० मीना विश्वेश्वर, अन्य शिक्षक एवं एनएसएस व विश्वविद्यालय के अन्य विद्यार्थी मौजूद रहें।