मेल या सोशल मीडिया से हो सकता है साइबर अटैक; आपको हर प्लेटफॉर्म पर ध्यान रखनी होंगी ये जरूरी बातें

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(www.arya-tv.com)कोरोना महामारी के दौरान देश में साइबर अटैक के आंकड़े भी तेजी से बढ़े हैं। ग्लोबल सिक्योरिटी फर्म कैस्परस्काई के मुताबिक, बीते साल भारत में 45% ऑनलाइन यूजर्स पर साइबर अटैक किए गए। वहीं, इस तरह के मामले में भारत का दुनिया में 43वां स्थान रहा। यूएन के अनुसार सभी देशों में साइबर क्राइम 350% तक बढ़ा है। ज्यादातर लोगों को KYC अपडेट के नाम पर ठगी का शिकार बनाया जा रहा है।

ऐसा ही मामला हाल में बिलासपुर (छत्तीसगढ़) में सामने आया है। यहां NTPC के अपर प्रबंधक से 5.85 लाख रुपए की ठगी की गई। ठगों ने उन्हें KYC अपडेट करने के लिए मोबाइल क्विक सपोर्ट ऐप की डाउनलोड लिंक का मैसेज किया और उन्हें 10 रुपए ट्रांसफर करने को कहा। जैसे ही उन्होंने ऐप इन्स्टॉल करके प्रोसेस को पूरा किया, उनके खाते से छह बार में 5.85 लाख रुपए निकल गए।

आइए समझते हैं कि आप ऐसे साइबर अटैक से कैसे बच सकते हैं…

फोन पर साइबर अटैक हो तो सबसे पहले क्या करें?

भारत सरकार में साइबर सलाहकार डॉ. निशाकांत ओझा ने बताया कि फोन पर आने वाले SMS में हैकर्स एक लिंक भी देते हैं, जो वास्तव में एक मैलवेयर होता है। जैसे ही यूजर ऐसे लिंक पर क्लिक करता है तो मैलवेयर एक्टिवेट होकर आपके सिस्टम का एक्सेस हैकर को दे देता है। कभी इस तरह की स्थिति बन जाए तो सिस्टम को शटडाउन कर देना चाहिए। इससे कनेक्टिविटी ब्रेक हो जाएगी, लेकिन नुकसान नहीं पहुंचेगा, इस बात की गारंटी नहीं है। यदि किसी नौसिखिया के साथ ऐसा होता है, तब उसे सबसे पहले अपने फोन को बंद करके सिम निकाल देना चाहिए। फिर कम से कम 10 सेकेंड के बाद उसे फिर से ऑन करना चाहिए।

वैसे इस तरह के कई मामले पहले भी सामने आए हैं जब KYC या फिशिंग कॉल के नाम पर लोगों को ठगी का शिकार बनाया गया। इस तरह की ठगी से बचने के लिए आपको कौन सी बातें ध्यान में रखनी चाहिए, हम यहां बता रहे हैं।

SMS से हो रहे फ्रॉड से बचने के तरीके

इन दिनों कई यूजर्स को पर्सनल लोन, KYC, बैंक ऑफर, गिफ्ट वाउचर या दूसरे लालच वाले SMS आते रहते हैं। इन मैसेज में एक लिंक दिया जाता है। मैसेज में कहा जाता है कि इस लिंक से ऑफर का फायदा उठाएं या KYC को पूरा करें। जैसे ही यूजर इस पर क्लिक करता है, उसके फोन में कोई ऐप या वायरस इन्स्टॉल हो जाता है। ये आपके फोन के डेटा और बैंक से जुड़ी डिटेल आसानी से चुरा सकते हैं। इतना ही नहीं, इसी तरह से लोगों के बैंक अकाउंट तक खाली कर लेते हैं। गूगल ने इस तरह के सैकड़ों फर्जी ऐप को भी प्ले स्टोर पर बैन कर दिया था।