(www.arya-tv.com) शुभ व मांगलिक कार्यों पर लगी पाबंदी आज गुरुवार को खत्म हो गई। इसके साथ समस्त शुभ कार्य होने लगेंगे। विवाह की शहनाई भी बजेगी। आठ जुलाई तक विवाह का शुभ मुहूर्त है। इसके बाद भगवान विष्णु के शयन करने पर समस्त शुभ व मांगलिक कार्य बंद हो जाएंगे। फिर देवोत्थान एकादशी के बाद पुन: समस्त शुभ कार्य आरंभ होंगे। खरमास समाप्त होने और मांगलिक कार्य शुरू होने पर बाजार में भी रौनक आएगी और खरीदारी आरंभ होगी। अगले दो महीने तक शादी विवाह का धूम-धड़ाका होता रहेगा।
आज 14 अप्रैल की सुबह 10.53 बजे से खरमास समाप्त
पराशर ज्योतिष संस्थान के निदेशक आचार्य विद्याकांत पांडेय के अनुसार 14 अप्रैल की सुबह 10.53 बजे सूर्य मेष राशि में प्रवेश करेंगे। इसके साथ खरमास खत्म हो जाएगा। मांगलिक व शुभ कार्य शुरू हो जाएंगे। गृह प्रवेश, नामकरण, नए प्रतिष्ठान का शुभारंभ, नींव पूजा, वाहन क्रय सहित समस्त कार्य बिना रुकावट के किए जाएंगे।
विवाह की ये हैं शुभ तिथि
वहीं, विवाह का उत्कृष्ट मुहूर्त 17, 18, 19, 20, 21, 22 व 28 अप्रैल है। वहीं, मई में दो, तीन, नौ, 11, 12, 18, 20, 26 व 31 तारीख को विवाह का विशेष मुहूर्त है। जून में छह, आठ, 11, 14, 21 व 27 तारीख विवाह के लिए श्रेष्ठ है। वहीं तीन व आठ जुलाई को विवाह का उचित मुहूर्त है।
10 जुलाई से थम जाएंगे सभी मांगलिक कार्य
10 जुलाई को भगवान विष्णु शयन पर चले जाएंगे। इसके साथ समस्त शुभ व मांगलिक कार्य रुक जाएंगे। चार नवंबर को देवोत्थान एकादशी पर भगवान जाग्रत होंगे। इसके साथ समस्त शुभ व मांगलिक कार्य आरंभ होंगे।