अनामिका अंबर के बाद यूपी के एक और कवि को बीच सम्मेलन में छोड़ना पड़ा काव्यपाठ

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(www.arya-tv.com)  यूपी के मेरठ कवि सम्मेलन के दौरान कवि सौरभ सुमन को प्रधानमंत्री का जिक्र करने के बाद कुछ लोगों ने विरोध कर दिया, जिसके बाद उन्हें स्टेज छोड़ना पड़ा.

प्रसिद्ध कवियित्री अनामिका अंबर को बीते दिनों बिहार के पटना में काव्य पाठ को लेकर रोका गया था, उनके यूपी में बाबा गीत को लेकर हो हल्ला मचा था. अब यूपी के एक और कवि सौरभ सुमन को मेरठ में काव्य पाठ करते वक्त रोका गया. सौरभ सुमन ने कहा कि काव्य पाठ के दौरान पीएम का जिक्र करने पर उन्हें रोका गया. इसके बाद वे काव्य पाठ बंद कर दिया. इस कवि सम्मेलन को लेकर ट्वीटर पर कवि सौरभ सुमन ने अपनी पीड़ा बयां की. सौरभ सुमन ने कहा कि ये कला का अपमान है. फिलहाल, यह मामला प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है.

मेरठ के एक स्कूल में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया था. इसमें मेरठ के रहने वाले जाने-माने कवि सौरभ सुमन जैन को भी बुलाया गया था. इसमें डॉ हरिओम पवार भी मौजूद थे. सौरभ सुमन का कहना है कि पीएम का जिक्र करते ही उनको बीच में रोका गया. कवि सौरभ सुमन जैन का आरोप है कि उन्होंने कविता के दौरान बिना प्रधानमंत्री का नाम लिए केवल उनका जिक्र किया था. इस पर वहां मौजूद कुछ लोगों ने आपत्ति जताई, जिसके बाद स्कूल के चेयरमैन ने उनको बीच में ही काव्य पाठ करने से रोक दिया. इसके बाद उन्होंने अपना काव्य पाठ बंद कर दिया और स्टेज से हट गए. वही स्कूल के चेयरमैन ने इस पर अपनी सफाई दी है.

सौरभ सुमन जैन ने बताया कि उन्होंने अपनी कविता पाठ की शुरुआत हिंदू-मुस्लिम एकता के साथ की थी. इसी बीच एक कविता में उन्होंने आजादी के समय हुए एग्रीमेंट की बात की. उन्होंने बताया कि आजादी के समय एक एग्रीमेंट हुआ था, जिसमें अंग्रेजी हकूमत ने कहा था कि अगर नेताजी जिंदा पाए जाते हैं तो उनको गिरफ्तार करके अंग्रेजों को सौंपा जाएगा. इस पर कवि सौरभ सुमन जैन ने कहा कि उस समय कोई ऐसा प्रधानमंत्री होता जैसा आज है तो इतिहास कुछ और होता. इस वहां कुछ लोगों ने आपत्ति जताई और स्कूल के चेयरमैन मूलचंद ने बीच में ही आकर उनको टोका.

इस पूरी घटना का एक वीडियो भी सामने आया है. इस वीडियो में सौरभ सुमन जैन कविता पाठ कर रहे हैं और जैसे ही उन्होंने प्रधानमंत्री का जिक्र किया तो बीच में उनको टोका गया और वह हाथ जोड़कर पीछे हट गए. सौरव सुमन जैन ने नाराजगी जताते हुए इस पर एक ट्वीट भी किया है. वहीं, दूसरी तरफ स्कूल के चेयरमैन मूलचंद यादव ने कहा कि सौरभ सुमन की कविता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र आया था. इसका विरोध वहां मौजूद कुछ गांव के लोगों ने किया जिनको डांट कर भगा दिया गया था. चेयरमैन का कहना है कि इस बात को लेकर कोई भी विवाद नहीं है.