चंद्रयान-2: अभी भी उम्मीद कायम, विक्रम फिर दिखा सकता है पराक्रम

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नई दिल्ली। चंद्रयान—2 मिशन अभी भी 100 प्रतिशत सफल हो सकता है। जी हां! इसरो के विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर में वह टेक्नोलॉजी है कि वह गिरने के बाद भी खुद को खड़ा कर सकता है, लेकिन उसके लिए जरूरी है कि उसके कम्युनिकेशन सिस्टम से संपर्क हो जाए और उसे कमांड रिसीव हो सके। अगर उसे संदेश भेजने में सफलता मिल जाती है तो यह मिशन 100 प्रतिशत पूरा हो जाएगा। इसरो के वैज्ञानिक लगातार इस कार्य में जुटे हुए हैं।

अगर विक्रम लैंडरअगर खड़ा हो गया तो रोवर भी बाहर निकल पाएगा
चांद की सतह पर विक्रम लैंडर के गिरने से इसरो अभी निराश नहीं हुआ है। हालांकि इसरों प्रमुख ने कहा था कि वह अपने उद्देश्यों में 90 से 95 प्रतिशत सफल हो चुके हैं।

आपको बता दें कि विक्रम लैंडर अपने तय स्थान से करीब 500 मीटर दूर चांद की जमीन पर गिरा पड़ा है, लेकिन अगर उससे संपर्क स्थापित हो जाए तो वह वापस अपने पैरों पर खड़ा हो सकता है।

विक्रम लैंडर में ऑनबोर्ड कम्प्यूटर है। यह खुद ही कई काम कर सकता है। विक्रम लैंडर के गिरने से वह एंटीना दब गया है जिसके जरिए कम्युनिकेशन सिस्टम को कमांड भेजा जा सकता था। अभी इसरो वैज्ञानिक यह प्रयास कर रहे हैं कि किसी तरह उस एंटीना के जरिए विक्रम लैंडर को वापस अपने पैरों पर खड़ा होने का कमांड दिया जा सके।