वहां सम्मान नहीं मिलता, कभी भी 3 बार बोलकर तलाक दे देते हैं:2 मुस्लिम लड़कियां हिंदू बनीं

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(www.arya-tv.com) बरेली में दो मुस्लिम लड़कियों ने प्यार की खातिर अपना धर्म परिवर्तन कर लिया। दोनों लड़की मुस्लिम से हिंदू बन गईं। दोनों ने अपने-अपने प्रेमी से मंदिर में शादी भी कर ली। शादी को आर्य समाज मंदिर में रजिस्टर्ड भी करा दिया। मंदिर में पंडित के सामने दोनों जोड़ों ने फेरे लिए।

‘मुस्लिम समाज में नहीं मिलता महिलाओं को इंसाफ’
यहां इरम जैदी स्वाती बन गईं, तो शहनाज सुमन। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म में हमारी आस्था है। मुस्लिम समाज में महिलाओं को सम्मान नहीं मिलता। वहां जब चाहते है, 3 बार तलाक बोल देते है और फिर हलाला करते है।

विवाह बरेली के मढ़ीनाथ की बरेली के मढ़ीनाथ स्थित अगस्त मुनि आश्रम में हुआ। पंडित केके शंखधार ने दोनों लड़कियों का विवाह कराया। पहले दोनों लड़कियों का शुद्धिकरण किया गया। उसके बाद उनका धर्म परिवर्तन करवाकर नाम बदला गया।

इसके बाद दोनों लड़कियों का हिंदू लड़कों से विधि विधान के साथ विवाह संपन्न कराया गया। इस दौरान दोनों लड़कियों ने सात फेरे लिए, लड़कों ने मांग में सिंदूर भरा, मंगल सूत्र पहनाया, जिसके बाद दोनों ने पंडित जी का पैर छूकर आशीर्वाद लिया।

‘मैंने प्यार की खातिर ये फैसला लिया’
बरेली के बहेड़ी निवासी इरम जैदी उर्फ स्वाति की उम्र 19 साल है। मुस्लिम से हिंदू बनने वाली वाली स्वाति का कहना है कि मैं इस समय बालिग हूं और कागजी रिकार्ड में मेरा जन्म एक जनवरी 2004 को हुआ।, मुझे अपनी मर्जी से अपना वर चुनने का अधिकार है। ये धर्म मैने भविष्य को देखते हुए अपनाया है। अब मैं हमेशा हिंदू धर्म में रहूंगी।
मैं अपने ही कस्बे के रहने वाले आदेश कुमार से प्यार करती हूं, हमारी दोस्ती अच्छी थी। इसलिए मैंने अपने प्यार की खातिर यह फैसला लिया है। आदेश ही मेरा दोस्त है, जो अब मंगेतर से मेरा पति बन गया। हम दोनों ने एक साथ जीने मरने की कसम खाई हैं, जिसके चलते मैं मैंने हिंदू रीति रिवाज के साथ मंदिर में शादी की है।

दोनों में दो साल से थी दोस्ती

इरम उर्फ स्वाति ने बरेली के आर्यसमाज मंदिर में सात फेरे लिए हैं। दोनों में दो साल से दोस्ती थी। दोनों बहेड़ी के ही रहने वाले हैं। जहां दोनों ने पंडित को बताया कि हमारी दोस्ती थी, उसमें धर्म बीच में आ रहा था, लेकिन इरम ने कहा कि मैं जिस आदेश को सब कुछ मानती हूं, उसके लिए सोच समझकर धर्म परिवर्तन कर रही हूं। आदेश के परिजनों ने भी मुझे अपना लिया है, अब मैं हमेशा हिंदू परिवार की बहू रहूंगी।

19 साल की शहनाज बनी सुमन

बरेली के शागलपुर की रहने वाली शहनाज की जन्मतिथि 10 जुलाई 2004 है। शहनाज ने बताया कि मैं बालिग हूं और मैं दसवीं की पढ़ाई कर चुकी हूं। शहनाज हिंदू धर्म परिवर्तन कर सुमन बन गई। शहनाज उर्फ सुमन ने बताया कि मैं अजय से प्यार करती हूं, अजय ही सब कुछ है। मैं अपने प्यार और भविष्य के लिए सब धर्म परिवर्तन कर हिंदू युवक अजय से शादी कर रही हूं। शहनाज उर्फ सुमन ने बताया कि मैं बालिग हूं, और अपनी मर्जी से मुझे अपना वर यानी पति चुनने का अधिकार है।