अमिताभ ठाकुर:एडीजे ने जमानत याचिका की खारिज, मंगलवार को सुनवाई के बाद फैसला किया था सुरक्षित

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(www.arya-tv.com)बसपा सांसद दुष्कर्म पीड़िता और उसके साथी गवाह को आत्महत्या के लिए उकसाने व षड्यंत्र रचने के आरोप में जेल में बंद पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर की जमानत याचिका को कोर्ट ने खारिज कर दी है। मंगलवार को सुनवाई पूरी होने के बाद बुधवार सुबह एडीजे पीएम त्रिपाठी ने फैसला सुनाया। मंगलवार को अदालत ने अभियुक्त अमिताभ ठाकुर को 25 अक्टूबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था। इस मामले में अमिताभ के साथ उनकी पत्नी नूतन ठाकुर को भी आरोपी बनाया गया है। हालांकि उनकी अग्रिम जमानत अर्जी पहले ही सत्र न्यायालय द्वारा स्वीकार की जा चुकी है। नूतन ठाकुर अभी अग्रिम जमानत पर हैं।

नूतन ठाकुर ने कहा अमिताभ ने केवल अपने दायित्वों का निर्वहन किया

12 अक्टूबर को अमिताभ ठाकुर के ख़िलाफ़ थाना हज़रतगंज में बनारस की रेप पीड़िता द्वारा सुप्रीम कोर्ट के सामने आत्मदाह करने के प्रकरण में दर्ज एफआईआर में ज़मानत के संबंध में एडीजे-1 के कोर्ट में बहस हुई। अमिताभ ठाकुर के प्रार्थना पत्र में कहा गया कि उन्हें फर्जी फंसाया गया है। जान बूझ के सप्रीम कोर्ट के सामने के अंतिम वीडियो में 7 लोगों में केवल उन्हें ही आरोपी बनाया गया है। सच्चाई यह है कि उन्होंने मात्र अपने विधिक दायित्वों का निर्वहन किया था और जो उनके पास सूचना आयी थी उसे सक्षम अधिकारियों के पास कार्यवाही के लिए भेजा था। सरकार की ओर से इसका पुरज़ोर विरोध किया गया और अमिताभ ठाकुर के खिलाफ गम्भीर आरोप हैं। आज कोर्ट द्वारा अमिताभ की बेल ख़ारिज करने का आदेश किया गया है।

एसआईटी की जांच के बाद दर्ज हुआ था मुकदमा

बसपा सांसद अतुल राय पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली पीड़िता और उसके साथी ने सुप्रीम कोर्ट के बाहर आत्महत्या का प्रयास किया था। इसमें दोनों बुरी तरह झुलस गए थे। बाद में इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई थी। सरकारी वकील मनोज त्रिपाठी ने जमानत अर्जी का विरोध करते हुए कोर्ट में तर्क दिया कि आरोपी अमिताभ ठाकुर के खिलाफ जांच रिपोर्ट आने के बाद 27 अगस्त को हजरतगंज थाने में एसएसआई दयाशंकर द्विवेदी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें बताया गया था कि पीड़िता ने आरोप लगाया है कि दुष्कर्म के आरोपी अतुल राय को बचाने के लिए अमिताभ ठाकुर ने पैसे लेकर आपराधिक षड्यंत्र रचा था। साथ ही गवाहों को बदनाम करने व पीड़िता पर दबाव बनाने के लिए अपराधियों से जोड़कर छवि खराब करने के लिए ऑडियो वायरल किया था। इस मामले में पुलिस ने ठाकुर को उनके निवास से गिरफ्तार किया गया था।