विधान परिषद की पिक्चर गैलरी में फोटो लगाए जाने का मामला, सभापति ने प्रमुख सचिव को सौंपी जांच

Lucknow

(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सभापति रमेश यादव ने कांग्रेस विधान परिषद सदस्य (MLC) दीपक सिंह के द्वारा वीर सावरकर का चित्र विधान परिषद की पिक्चर गैलरी में लगाए जाने के विरोध की जांच प्रमुख सचिव विधान परिषद को सौंप दी है। सभापति ने MLC दीपक सिंह के पत्र में दर्शाए गए बिंदुओं की जांच कर उचित कार्रवाई करने का निर्देश जारी किया है।

दरअसल, मंगलवार को विधान परिषद के सौन्दर्यीकरण कार्यों का लोकार्पण एवं चित्र वीथिका का उद्घाटन विधान परिषद के सभापति रमेश यादव तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था। इसके बाद कांग्रेस के एमएलसी ने आपत्ति जताते हुए विधान परिषद के सभापति को पत्र लिखकर चित्र हटाए जाने की मांग की थी।

सीएम योगी ने सावरकर को बताया था प्रेरणास्रोत

CM योगी ने उद्घाटन के मौके पर कहा कि सर्वाधिक सदस्य संख्या के साथ उत्तर प्रदेश का विधान मण्डल देश का सबसे बड़ा विधान मण्डल है। यह विधान मण्डल लोकतंत्र का मन्दिर व आस्था का केन्द्र है। उन्होंने सावरकर के चित्र देखने के बाद कहा कि वह स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के साथ–साथ एक बहुत बड़े दार्शनिक‚ लेखक‚ कवि भी थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधान परिषद में लोकार्पित चित्र वीथिका हम सबको प्रेरणा प्रदान करेगी।

सीएम ने कहा कि इस विधान परिषद से महामना पं. मदन मोहन मालवीय‚ पूर्व मुख्यमंत्री पं. गोविन्द बल्लभ पन्त‚ पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. सम्पूर्णानन्द‚ सर तेज बहादुर सप्रू‚ प्रख्यात कवियित्री महादेवी वर्मा आदि का इस सदन से जुड़ाव रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधान परिषद के 1887 से अब तक की यात्रा का अपना एक समृद्ध इतिहास रहा है।

कुछ नामों पर बहस भी जरूरी- अखिलेश यादव
वहीं समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पत्रकारों के सवाल पर वीर सावरकर का नाम लिए बगैर कहा कि आजादी की लड़ाई में योगदान देने वालों का सम्मान होना चाहिए। मगर सवाल खड़े होते हैं कि आजादी के दौर के ‘कुछ लोगों’ के कामों पर बहस भी होनी जरूरी है।