माघ मेले में श्रद्धालुओं व कल्‍पवासियों को बिजली की जानिए क्यो नही झेलनी पड़गी समस्‍या क्या होगी व्यवस्था

Prayagraj Zone

 प्रयागराज (www.arya-tv.com) संगम किनारे बसने वाले माघ मेले में अबाध बिजली सप्लाई रहेगी। गंगा, यमुना और अदृश्‍य संगम के पावन जल में स्‍नान करने आने वाले श्रद्धालुओं को बिजली की समस्‍या नहीं झेलनी होगी। साथ ही एक माह तक कल्‍पवास करने वालों के शिविरों में भी बिजली की कमी नहीं होगी। मेले में बिजली सप्लाई बाधित न हो, इसके लिए 13 जनरेटर भी लगाए गए हैं। इसके अलावा हर गली में स्ट्रीट लाइट लगाई गई है। मेला का आगाज होने में अभी दो दिन शेष है लेकिन पूरा मेला क्षेत्र दूधिया रोशनी से नहाने लगा है। करीब साढ़े छह सौ हेक्टेयर में बसे माघ मेले में एक छोर से लेकर दूसरे छोर तक बिजली के खंभे लग चुके हैं। इन खंभों पर 12,000 से अधिक स्ट्रीट लाइटें लगाई जा रही है। अधिकतर बिजली कनेक्‍शन लगाए जा चुके हैं। परेड मैदान का कुछ हिस्सा छोड़कर बाकी मेला क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट जलने भी लगी है। रात में पूरा संगम क्षेत्र बिजली से रोशन हो जाता है।

मेला क्षेत्र में बिजली सप्लाई के लिए 20 उप केंद्र बनाए गए हैं। इन उप केंद्रों से लगातार बिजली की सप्लाई रहेगी। खासकर रात में अगर बिजली कटी तो उसके लिए जनरेटर भी रखे गए हैं। 20 उप केंद्रों में से 13 उप केंद्रों पर जनरेटर रखे गए हैं। सप्लाई न होने पर जनरेटर शुरू कर दिए जाएंगे, जिससे मेला क्षेत्र में अंधेरा नहीं होगा। मेला में बसाए गए हर तंबू में बिजली कनेक्शन देने का काम चल रहा है। तंबुओं में 9000 से अधिक कनेक्शन दिए जाएंगे।

इस दौरान कोई बिजली का दुरुपयोग न करें, इसलिए हर कनेक्शन में एमसीबी लगाई गई है। तंबुओं में अलग-अलग क्षमता की एमसीबी लगाई गई है इससे बिजली की बचत भी होगी और अधिक इस्तेमाल पर सप्लाई कट जाएगी। इसके अलावा घाटों और मुख्य मार्गों पर हाई मास्क लाइटें भी लगाई गई है। अरैल और फाफामऊ की तरफ भी लाइट लगाई जा रही हैं। मुख्य स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं की भीड़ संगम पर ही न हो, इसलिए अरैल में भी घाट बनाया गया है। इसके अलावा फाफामऊ में भी नया पीपा का पुल बनाया जा रहा है। इसलिए अरैल और फाफामऊ में भी लाइटिंग की व्यवस्था की जा रही है