हिमाचल में बारिश से तबाही, 14 की मौत:पंजाब को जोड़ने वाला रेलवे पुल ढहा

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(www.arya-tv.com) हिमाचल में भारी बारिश ने तबाही मचाई है। मंडी और चंबा जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। पिछले 24 घंटों में चंबा के भटियात में 3, मंडी में 4 और कांगड़ा के शाहपुर में मकान गिरने से 9 साल की बच्ची की मौत हो गई। चंबा और मंडी जिले में 15 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे है। हमीरपुर में 10 से 12 घर नदी में डूब गए। इनमें फंसे 19 लोगों को रेस्क्यू किया गया।

उधर, कांगड़ा में भारी बारिश से चक्की नदी में बना पंजाब और हिमाचल को जोड़ने वाला रेलवे पुल बह गया। हालांकि, इस पुल को एक हफ्ते पहले ही असुरक्षित घोषित कर दिया था और अगस्त के पहले हफ्ते में ही बंद कर दिया था।

मंडी में भूस्खलन, एक ही परिवार के 8 लोग दबे, 3 के शव बरामद

मंडी के गोहर में पहाड़ी धंसने से काशन पंचायत के जड़ोंन गांव में एक ही परिवार के 8 सदस्य इसकी चपेट में आ गए। एक महिला व 2 बच्चों के शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि 5 लोग अभी भी मलबे में दबे हुए। पूरा परिवार रात को घर पर सो रहा था। इस दौरान अचानक घर के पीछे का पहाड़ धंस गया।

6 लोग कार में बहे, 1 लड़की का शव बरामद
मंडी के कटौला के बागी नाला में बाढ़ में एक गाड़ी और इसमें सवार छह लोग बह गए। 15 साल की लड़की का शव बरामद कर लिया गया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है। उधर, चंबा जिला में चुवाड़ी के बनेट गांव में भूस्खलन के बाद तीन लोग लापता हो गए। राज्य के कई क्षेत्र ऐसे हैं, जहां से अभी सूचना नहीं मिल पा रही है। इससे दोपहर तक जानमाल का नुकसान और बढ़ने का अनुमान है।

अगले 24 घंटे भारी बारिश का अलर्ट: स्थानीय मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 96 घंटे तक भारी बारिश का दौर जारी रहेगा। आज और कल भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। यह अलर्ट लाहौल स्पीति को छोड़ बाकी 11 जिलों के लिए है।

पिछले 24 घंटे में कांगड़ा में सबसे ज्यादा 346.6 मिमी बारिश: हिमाचल में बीते 24 घंटे के दौरान कांगड़ा जिला में सबसे ज्यादा 346.6 मिलीमीटर बारिश हुई। मंडी में 119.6 मिमी, डलहौजी में 111 मिमी, पालमपुर में 113 मिमी, सुंदरनगर में 77.7 मिमी, धर्मशाला में 333 मिमी, बरठीं में 60, शिमला में 57.7 मिमी और कुफरी में 69 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।

  • मंडी जिला प्रशासन ने भारी बारिश की वजह से स्कूल बंद कर दिए हैं। चंबा और कुल्लू में भी कुछ स्कूलों को बंद किया गया है।
  • राज्य में बारिश से 1,135 करोड़ रुपए की सरकारी और निजी संपत्ति तबाह हो गई है।
  • इस मानसून में सड़क हादसों, बादल फटने, बाढ़, भूस्खलन में अब तक 217 लोगों की जान चली गई है। शिमला जिला में सबसे ज्यादा 35 लोगों की जान गई। कुल्लू में 31 लोगों की मौत हो गई।
  • राज्य की अधिकांश नदियों पर बने बांध खतरे के निशान पर पहुंच गए हैं। लारजी बांध खतरे के निशान 970 मीटर की तुलना में 969 मीटर तक भर चुका है। नाथपा डेम 1494.5 मीटर की तुलना में 1494 मीटर, सैंज 1753 की तुलना में 1752 मीटर, चांजू-एक 1441 की अपेक्षा 1440.10 मीटर तक भर गया है।