फेसबुक पर बढ़ती अश्लीलता और बच्चों पर दुष्प्रभाव : चिंता का विषय

Lucknow National
  • विपुल लखनवी ब्यूरो प्रमुख पश्चिमी भारत

नवी मुंबई। ग्रामीण आदि रिसर्च एंड वैदिक इन्नोवेशन ट्रस्ट यानी गर्वित भारत के मुख्य ट्रस्टी कवि लेखक वैज्ञानिक विपुल लखनवी ने एक बातचीत में फेसबुक एवं अन्य मीडिया पर दिखाई जाने वाली अश्लील सामग्री पर चिंता व्यक्त की। विपुल जी ने बताया कि वह मोबाइल पर इतने अभ्यस्त नहीं है किंतु उनके एक मित्र ने उनका ध्यान इस ओर आकर्षित किया तब जांच करने पर यह पाया की फेसबुक विभिन्न वीडियो के माध्यम से बेहद अश्लील सामग्री दर्शकों को परोसती है जो युवा पीढ़ी को कामुकता की ओर ले जाने का एक अश्लील प्रयास है। इसी तरह यूट्यूब पर भी कुछ कहानियां बेहद अभद्र भाषा और गालियों के साथ क्लिप बनाकर पोस्ट की जाती है जिन पर यह कंपनियां कोई भी कार्यवाही नहीं करती है। विपुल जी ने बताया कि जब उन्होंने फेसबुक से कंप्लेंट की तो 3 बार उनकी कंप्लेंट रिजेक्ट हो गई और चौथी बार तो उनसे कह दिया गया कि आप यह क्लिप न देखें। लेकिन क्लिप नहीं हटाया गया। इस विषय में भारत सरकार और प्रदेश की सरकारों को ध्यान देना चाहिए की अश्लीलता के माध्यम से यह विदेशी कंपनियां भारत की युवा पीढ़ी को बर्बाद करना चाहती है। पहले नशे का सहारा लिया गया लेकिन अंतरराष्ट्रीय जागरूकता के कारण नशेड़ीओं की गिरफ्तारी के कारण यह थोड़ा दुरुह हो गया इस कारण यह देश अश्लील सामग्री पड़ोस कर भारतीय जनमानस में विकृत मानसिकता को पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं। क्योंकि यदि किसी देश को बर्बाद करना हो समाज को नष्ट करना हो तो आप युवा पीढ़ी को भ्रष्ट कर दीजिए वह देश कभी तरक्की नहीं कर सकता।

जनमानस में जो अभिभावक हैं उनको ध्यान देना चाहिए इस तरह की क्लिप बच्चे ना देखें क्योंकि आगे चलकर यह विकृत मानसिकता के कारण जगन अपराधों में शामिल हो जाते हैं।