- विपुल लखनवी ब्यूरो प्रमुख पश्चिमी भारत
(www.arya-tv.com)नवी मुंबई। ग्रामीण आदि रिसर्च एंड वैदिक इन्नोवेशन ट्रस्ट यानी गर्वित द्वारा गर्मी के कारण बेहाल मजदूर वर्ग के लोगों को शीतल मृदुजल मटकी का वितरण आरंभ किया गया। ज्ञात हो मिट्टी के बने मटके में जहां एक तरफ जल शीतल हो जाता है वहीं दूसरी तरफ विभिन्न प्रकार के हानिकारक कीटाणु भी मिट्टी में सोख लिए जाते हैं। इस कारण गर्वित ने प्राचीन भारतीय कला को जीवित रखने हेतु रंग बिरंगी मटकी बांटने का आरंभ किया है। राजस्थानी परंपरा में बनाई गई यह मटकिया देखने में भी सुंदर होने के साथ टिकाऊ भी हैं।
ज्ञात हो गर्वित द्वारा समय-समय पर जरूरतमंदों को कंबल शर्ट के पीस पटाखे मिट्टी के दिए इत्यादि बांटे जाते हैं। भारत में विशेषकर महाराष्ट्र में वारकरी संप्रदाय के भजन बहुत उच्च कोटि का स्थान रखते हैं इस कारण गर्वित ने विभिन्न स्थानों पर भजन का आयोजन करने का भी निश्चय किया है। श्री कृष्ण यानी विट्ठल के भक्त वारकरी जब अपना भजन मृदंग के साथ आरंभ करते हैं तो एक अनुपम छटा बिखर जाती है।