(www.arya-tv.com) अयोध्या में बन रहे भव्य राममंदिर का पहला गुम्बद लगभग बनकर तैयार हो चुका है। मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों के के बीच राम मंदिर के पहले तल का निर्माण तेज हो गया है। भगवान श्रीराम की जन्मभूमि पर 500 साल बाद बन रहे भव्य मंदिर पर एक शिखर और पांच गुंबद बन रहा है।
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने जारी की तस्वीर में राम मंदिर के प्रथम तल पर रंगमंडप का गुम्बद आकार लेता दिखाई दे रहा है। रंग मंडप पर गुम्बद को कारीगर अंतिम रूप दे रहे हैं। आज राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा की तिथि पर भ अंतिम मुहर लगाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी से मिलने पहुंचें है सीएम योगी आदित्यनाथ और अयोध्या के अधिकारी डीएम नीतिश कुमार और कमिश्नर गौरव दयाल। इसके साथ ही राम मंदिर भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र भी इस महत्वपूर्ण मीटिंग का हिस्सा रहेंगे।
कार्यक्रम स्थल पर केवल 10 हजार कुर्सिंयां राम भक्तों और संतों के लिए
बताते चले कि अयोध्या के राम मंदिर का आगामी 14 से 24 जनवरी के बीच प्राण प्रतिष्ठा होना तय है। इसकी मुख्य तारीख पर आज दिल्ली में मुहर लग सकती है। इसमें केवल 5 माह रह गए हैं। समारोह के लिए कार्यक्रम स्थल पर केवल 10 हजार कुर्सिंयां राम भक्तों और संतों के लिए लगेगी। जबकि इस दिन अयोध्या में अनुमानित दो लाख लोगों के रहने और भोजन आदि की व्यवस्था में राम मंदिर ट्रस्ट जुटा हुआ है। इस समारोह का सीधा प्रसारण भी किया जाएगा।
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय खुद निर्माण का निरीक्षण करते हैं
इससे पहले राम मंदिर का भूतल बनकर तैयार हो चुका है। उसके खंभों में उकेरी ता रही मूर्तियों,फर्श का काम अक्टूबर तक पूरा किया जाना है। यह काम खास कारीगरों की टीम कर रही है। मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय खुद घंटों वहां बिताते हैं और निर्माण कार्य का निरीक्षण करते हैं।
राम मंदिर के दरवाजे और रामलला के बाल रूप की प्रतिमा बन रही
इस बीच राम मंदिर के 42 दरवाजों का काम हैदराबाद की टीम कर रही है। इसे महाराष्ट्र के चंद्रपुर के सागौन की लकड़ी का बनाया जा रहा है। इसमें राम मंदिर के हर तल पर 14 दरवाजे लगाए जान हैं। इस बीच कारसेवकपुरम में रामलला के 5 साल वाले बाल स्वरूप् की प्रतिमा बनाई रही है। इसमें दो प्रतिमा कर्नाटक के श्याम वर्ण के पत्थरों की बन रही है जबकि एक राजस्थान से खास तौर पर मंगाए गए श्वेत संगमरमर से बन रही है। इनमें एक प्रतिमा को आकार दिया जा चुका है। इसकी केवल फिनिशिंग होनी शेष हैं।