‘SR कॉलेज में बेटी की हुई हत्या’:लखनऊ में पिता ने फॉरेंसिक एक्सपर्ट से राय लेकर किया दावा

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(www.arya-tv.com) लखनऊ में बीकेटी स्थित SR स्कूल की छात्रा प्रिया राठौर की संदिग्ध मौत के मामले में परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि क्राइम सीन दोहराए जाने के दौरान पांच मंजिल की छत से जितनी बार पुतला नीचे फेंका गया। उतनी बार उसका सिर जमीन पर टकराया था।

उस हिसाब से प्रिया के सिर में चोट होनी चाहिए थी, लेकिन उसके सिर में एक भी चोट नहीं थी। इसकी पुष्टि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से हुई थी। इसको लेकर छात्रा के पिता ने फोरेंसिक एक्सपर्ट से भी राय ली। उन्होंने राज्य सरकार से पूरे मामले की CBI जांच की मांग की है।

सवाल-1 : बिना सिर में चोट लगे गले की हड्डियां कैसे टूटीं
प्रिया की गले की हड्डियां टूटी थीं। एक फॉरेंसिक एक्सपर्ट ने बताया कि ये हड्डियां तभी टूटती हैं जब कोई फांसी लगाए या किसी को फंदे से लटकाया जाए या मारकर हड्डी तोड़ी जाए।

वहीं, जब कोई ऊपर से गिरता है तो उसका सिर जब जमीन पर टकराता है तब ये हड्डी डैमेज होती है। प्रिया के सिर में चोट नहीं थी, ऐसे में सवाल है कि अगर प्रिया ऊंचाई से गिरी तो बिना सिर चोटिल हुए ये हड्डियां कैसे टूटी हैं? जसराम ने भी पत्र में ये तथ्य विस्तार से लिखे हैं।

सवाल- 2 : प्रिया की चप्पल घटना स्थल पर नहीं मिली
जसराम ने बताया कि घटनास्थल पर प्रिया की चप्पल/जूते नहीं मिलीं। तो क्या वह बिना चप्पल/जूता पहनकर कमरे से बाहर निकली थी। अगर ऐसा होता तो पैर के पंजों में मिट्टी लगी होती, वह भी नहीं मिले। आखिर ऐसा क्यों?

सवाल- 3 : स्कूल प्रबंधन का कहना खाना खाया
परिजनों का कहना है कि स्कूल प्रबंधन का कहना था कि बेटी खाना खाकर टहल रही थी, जबकि उसने घटना के दिन खाना खाया ही नहीं था। वहीं उसके शरीर के पीछे हिस्से में घसीटने के निशान हैं जो कि गिरने पर नहीं आते हैं।

  • अब बताते हैं पूरा घटनाक्रम

पिता ने PM-CM से की निष्पक्ष जांच की मांग

SR स्कूल के छात्रावास में 20 जनवरी की रात 8वीं की छात्रा प्रिया राठौर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई थी। पिता जसराम ने दो फरवरी को फॉरेंसिक टीम के दोबारा क्राइम सीन दोहराने रिपोर्ट पर सवाल खड़े किए है। जसराम का कहना है कि उन्होंने इस संबंध में एक्सपर्ट की राय ली।

जिसमें साफ है कि कोई भी शख्स जब इतनी ऊंचाई से जमीन पर गिरेगा तो उसका सिर जरूर टकराएगा। जब पुतला पांच मंजिला इमारत से नीचे फेंका गया था। चूंकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में प्रिया के सिर में एक भी चोट न होने की पुष्टि थी। जसराम का कहना है कि उनको फॉरेंसिक रिपोर्ट पर भरोसा नहीं है। इसके चलते उन्होंने पीएम, सीएम, राज्यपाल, बाल आयोग व मानवाधिकार आयोग को पत्र भेज कर निष्पक्ष जांच की मांग की है।

मामला रसूखदारों से जुड़ा, इसलिए दबाया जा रहा
जसराम ने पत्र में लिखा है कि घटना स्कूल के हॉस्टल में हुई। हॉस्टल प्रशासन से जुड़ा हर शख्स शुरू से झूठ बोलता रहा। स्कूल मालिक भाजपा नेता है। इसलिए पुलिस भी दबाव में है। निष्पक्ष जांच तभी संभव है जब CBI को जांच सौंपी जाए।