महाकुंभ के पलट प्रवाह के बाद से ही वाराणसी में भारी भीड़ देखी जा रही थी. इस दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने के साथ-साथ अधिक संख्या में श्रद्धालु देर शाम होने वाली गंगा आरती में भी शामिल हो रहे थे. बढ़ते भीड़ को देखते हुए गंगा आरती आयोजक और जिला प्रशासन की हुई बैठक में निर्णय लिया गया की गंगा आरती को सांकेतिक रूप से ही संपन्न कराया जाएगा. आज से दशास्वामेध घाट की गंगा आरती पुनः भव्य रूप में शुरू हो रही है.
वाराणसी के गंगा घाट पर गंगा आरती आयोजक की तरफ से एबीपी न्यूज को मिली जानकारी के अनुसार आज 27 फरवरी से एक बार फिर विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती को भव्य रूप में संपन्न कराया जा रहा हैं. दरअसल बढ़ते भीड़ को ध्यान में रखते हुए लोगों की सुरक्षा और घाट पर क्षमता से अधिक भीड़ एकत्रित होने की वजह से सांकेतिक रूप से आरती को संपन्न कराया जा रहा था.
अब एक बार फिर 7 अर्चकों की मौजूदगी में भव्य और आकर्षक रूप में माँ गंगा की आरती संपन्न हो रही. इस दौरान आयोजकों की तरफ से भीड़ को नियंत्रित करने के लिए वालंटियर बढ़ाए गए हैं. 20 अतिरिक्त वालंटियर आज से दशास्वामेध घाट की गंगा आरती के दौरान तैनात रहेंगे.
बनारस में भीड़ की स्थिति सामान्य की ओर
महाकुंभ संपन्न होने के बाद अब वाराणसी में भी भीड़ की स्थिति सामान्य की ओर देखी जा रही है. दरअसल प्रयागराज महाकुंभ से आवागमन करने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ वाराणसी के अलग-अलग प्राचीन धर्म स्थल और गंगा घाट पर देखी जा रही थी. आज 27 फरवरी से हाईवे से लेकर शहरी क्षेत्र और अलग-अलग धार्मिक स्थल पर भीड़ की स्थिति सामान्य की ओर देखी जा रही है.