साप्ताहिक बंदी में फैजाबाद नगर का नाम ना होने पर जताई नाराजगी

Bareilly Zone

अयोध्या। अशफ़ाक़ उल्ला खा मेमोरियल शहीद शोध संस्थान के आवाहन पर शहर से देहात तक एक दर्जन स्थानों पर लोगों ने 11 बजे से 1 बजे तक दो घंटे मौन रखकर जिलाधिकारी कार्यालय द्वारा जनपद की साप्ताहिक बाजार बंदी की सूची से फैजाबाद नगर का नाम गायब किये जाने का विरोध किया गया। ज्ञातव्य हो कि जिलाधिकारी कार्यालय ने 9 सितम्बर को देश में तालाबंदी समाप्त होने के बाद जनपद की बाजारों की साप्ताहिक बंदी की सूची जारी किया था।

सूची में बृहस्पति वार की बंदी जो पूर्व में फैजाबाद नगर के लिए थी उसे भी अयोध्या लिखा गया है, सूची में दो अन्य अयोध्या दर्शाते हुए एक की बंदी बुधवार घोषित किया गया है। संस्थान ने अपने पत्र के माध्यम से इसे सुधार कर नयी सूची जारी करने की मांग किया था जिस पर ध्यान नही दिया गया। संस्थान के आवाहन पर हुए मौन विरोध में फैजाबाद नगर के ओम पुरम में प्रबंध निदेशक सूर्य कांत पाण्डेय, सलाम जाफरी, विकास सोनकर ने मौन रखा जबकि भाकपा राज्य कौसिंल के सदस्य अशोक कुमार तिवारी ने उपस्थित रहकर मांग का समर्थन किया।

संस्थान के उपाध्यक्ष जसवीर सिंह सेठी हैदरगंज स्थित अपने प्रतिष्ठान पर, उपाध्यक्ष हमीदा अजीज़ सब्जी मंडी चौक, मंत्री विश्व प्रताप सिंह, आषीश जायसवाल नीशू नाका अपने प्रतिष्ठान पर, देवेश ध्यानी नहरबाग अपने आवास पर मौन विरोध दर्ज करवाया। ग्रामीण क्षेत्र में जगनपुर में सुल्तान खान, उजैर खान, सनेथू में सुधांशु पाण्डेय, रायपुर में भूपेंद्र सिंह ने विरोध में कार्यक्रम की अगुवाई किया। सभी स्थानों पर संस्थान के प्रबंध निदेशक सूर्य कांत पाण्डेय का आडियो सुनाकर लोगों को मौन विरोध का कारण स्पष्ट किया गया। जिसमें आरोप लगाया गया कि स्थानीय स्तर पर शहादतों और स्वतंत्रता संग्राम के अमर शहीदों के इतिहास पर पर्दा डालने की साजिश के तहत फैजाबाद नगर का नाम गायब करने की साजिश हो रही है जबकि सरकार ने फैजाबाद के वजूद को बरकरार रखा है।

श्री पाण्डेय ने बताया कि अगर शहीदेआजम भगत सिंह की जयंती 28 सितम्बर के पूर्व सुधार नही किया गया तो जयंती की पूर्व संध्या पर विभिन्न स्थानों पर गांधी जी का प्रिय भजन गाकर हठवादी प्रशासन का विरोध किया जाएगा और यह संघर्ष तबतक चलता रहेगा जबतक स्थित स्पष्ट नहीं की जाती है।