हर दिन 30 हजार लोग पुलिस से मांग रहे मदद, इनमें 70 फीसदी लोग ऑक्सजीन सिलेंडर की लगा रहे गुहार

Health /Sanitation UP

(www.arya-tv.com)उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री और अधिकारी कोरोना मरीजों को मिल रही सुविधाओं में सुधार के दावे तो हर रोज कर रहे हैं। लेकिन हर तरफ मची चीख पुकार पुलिस के हेल्पलाइन नंबर यूपी-112 पर सुनाई दे रही है। 112 पर हर रोज 30 हजार से ज्यादा कॉल आ रही है जिसमें 70 फीसदी से ज्यादा लोग अस्पताल में भर्ती करवाने और ऑक्सीजन सिलिंडर मुहैया करवाने की गुहार पुलिस से लगा रहे हैं।

डॉयल 112 के कर्मचारियों के मुताबिक, मार्च के आखिरी सप्ताह तक प्रदेश भर से रोजाना औसतन 15 से 20 हजार कॉल आती थी। लेकिन 10 अप्रैल के बाद अचानक आंकड़ा बढ़कर 30 हजार तक पहुंच गया। उनका कहना है कि इनमें 30 फीसदी शिकायत आपसी विवाद, चोरी और अन्य आपराधिक मामलों से जुड़ी होती हैं। 70 फीसदी लोग कॉल करके पुलिस से ऑक्सीजन सिलिंडर मुहैया करवाने या किसी कोरोना मरीज को अस्पताल में भर्ती करवाने की गुहार लगा रहे हैं।

फीडबैक में मिलती पुलिस की बेबसी और लाचारी
यूपी 112 पर आने वाली किसी भी कॉल के निस्तारण के लिए जिस रेस्पॉन्स टीम को भेजा जाता है उसे निर्धारित समय मे कार्रवाई की रिपोर्ट भेजनी होती है। इसके बाद पीड़ित कॉलर को फोन करके उसकी संतुष्टि का फीडबैक लिया जाता है।

कर्मचारियों का कहना है कि पुलिसकर्मी अपनी रिपोर्ट में बताते हैं कि बहुत प्रयास के बाद भी पीड़ित को अस्पताल में बेड नही मिला। कहीं से मरीज की ऑक्सीजन न मिलने से मौत की रिपोर्ट आती है। कई ऐसे मामले भी सामने आ रहे हैं, जिसमें पुलिस टीम के पहुंचने से पहले ही पीड़ित की मौत हो चुकी होती है।

गांव में मसीहा समझकर घेर लेती है भीड़
यूपी 112 के कर्मचारियों का कहना ही कि ग्रामीण इलाकों में पुलिस को हृदयविदारक स्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। किसी एक पीड़ित की कॉल पर टीम गांव मे पहुंचती है तो तमाम पीड़ित उन्हें मसीहा समझकर घेर लेते हैं। कोई बुजुर्ग मां बाप की उखड़ती सांसें दिखाकर अस्पताल पहुंचाने की मांग करता है तो कोई मरीज के लिए ऐसी दवाएं मांगता है जो मिलना मुश्किल होता है। डायल 112 के अधिकारियों का कहना है कि फोन कॉल्स की संख्या बढ़ी है।