Election 2023: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में 72 फीसदी लोगों ने किया मतदान

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(www.arya-tv.com) कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को मतदान हुआ। मतदान काफी हद तक शांतिपूर्ण रहा। निर्वाचन आयोग (ईसी) के मुताबिक, 72 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों के लिए हुए मतदान के लिए 58,545 मतदान केंद्र स्थापित किए गए थे। राज्य में 2018 के विधानसभा चुनावों में 72.10 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था।

कर्नाटक में इस बार भाजपा और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला है। जनता दल (सेक्यूलर) भी चुनावी मैदान में अपना भाग्य आजमा रही है। ‘आप’, सपा, बसपा, एनसीपी समेत कई छोटे दल भी चुनावी मैदान में हैं। कई निर्दलीय उम्मीदवार भी अपनी दावेदारी पेश की है।

224 विधानसभा सीटों पर कुल 2,615 उम्मीदवारों ने नामांकन किया है। इसमें 901 निर्दलीय हैं। भाजपा ने सभी 224 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, तो कांग्रेस ने 221 सीटों पर। जेडीएस के 208, आम आदमी पार्टी के 208, बसपा के 127 प्रत्याशी मैदान में हैं। समाजवादी पार्टी ने 14, एनसीपी ने नौ प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है। अन्य राजनीतिक दलों के 669 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं।

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के अलावा पंजाब में जालंधर लोकसभा सीट, ओडिशा में झारसुगुड़ा विधानसभा सीट और उत्तर प्रदेश में छानबे विधानसभा सीट के लिए भी बुधवार को मतदान हुआ था, जो मौजूदा जनप्रतिनिधियों की मौत के कारण खाली हुई थी। मौजूदा विधायक की अयोग्यता के कारण उत्तर प्रदेश की स्वार विधानसभा सीट के लिए भी उपचुनाव हुआ। मेघालय के सोहियोंग विधानसभा क्षेत्र में भी उपचुनाव हुआ।

निर्वाचन आयोग के मुताबिक शाम पांच बजे तक जालंधर में 50.27 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। झारसुगुड़ा में यह 68.12 प्रतिशत रहा। छानबे में 39.51 प्रतिशत, स्वार में 41.78 और सोहियोंग में 91.39 प्रतिशत मतदान हुआ।

कर्नाटक में एक बार फिर त्रिशंकु विधानसभा के आसार दिखाई दे रहे हैं। इस बीच कई एग्जिट पोल में कांग्रेस और भाजपा को बहुमत भी दिखाया है। फिलहाल पांच एग्जिट पोल ऐसे हैं, जिनमें कांग्रेस को बहुमत मिलता दिखाया गया है। इसके साथ ही दो एग्जिट पोल में भाजपा की सत्ता वापसी की उम्मीद जताई गई है। बाकी में कोई भी दल भाजपा-कांग्रेस के आसपास नहीं दिखाई दे रही है।

हालांकि, दावा किया जा रहा है कि जेडीएस एक बार फिर किंगमेकर बन सकती है। इस बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बुधवार को एग्जिट पोल के उन नतीजों को खारिज कर दिया, जिनमें विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा पर कांग्रेस को बढ़त दिखाई गई। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी स्पष्ट बहुमत से जीतेगी। उन्होंने यह भी कहा कि मतदान का उच्च प्रतिशत हमेशा भाजपा के पक्ष में रहा है न कि कांग्रेस के जैसा कि कुछ प्रतिद्वंद्वी नेता दावा करते रहे हैं।

इससे पहले 2018 के कर्नाटक चुनाव में 224 सीटों वाली विधानसभा में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था। 104 सीटें जीतकर भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनी। कांग्रेस के खाते में 80 सीटें आई थीं। जेडीएस के 37 उम्मीदवारों ने चुनाव में जीत दर्ज की थी।