Election 2022 Analysis: मेरठ में भाजपा के हाथ से क्‍यों फिसलीं तीन सीटें, ये था पूरा मामला

Meerut Zone UP

(www.arya-tv.com) 2012 में विपरीत हालात में भी मेरठ में चार सीटें जीतने वाली भाजपा 2022 में अगर तीन सीटों पर सिमट गई तो इसके पीछे अंदरूनी कलह सबसे बड़ी वजह है। भाजपा प्रत्याशी एवं पूर्व विधायक ने कई स्थानीय नेताओं की भूमिका पर सवाल खड़ा किया है। प्रदेश इकाई मेरठ में तीन सीटों पर हार की समीक्षा करेगी। संगठन से लेकर चुनाव संचालन समिति तक पर सवाल खड़े हुए हैं, और बदलाव की भी चर्चा उठी है।

खुलकर विरोध था तो भांप क्यों नहीं पाए

सिवालखास पर भाजपा प्रत्याशी बदलते ही क्षेत्रीय कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था। जानी खुर्द के लोग कई दिनों तक कार्यालय पहुंचकर विरोध करते रहे, जिसे जिला इकाई ने हल्के में लिया। भाजपा प्रत्याशी मनिंदरपाल ने चुनाव में कड़ी मेहनत की। सभी स्थानों पर जीतते हुए निकले, लेकिन जानी खुर्द में उनकी किस्मत फंस गई। उन्होंने पार्टी के कई जाट चेहरों पर भितरघात का आरोप लगाया है।

जिलाध्यक्ष विमल शर्मा ने कड़ी कार्रवाई के लिए प्रदेश इकाई को लिखा है, लेकिन यह कदम चुनाव से पहले वक्त रहते क्यों नहीं उठाया गया, इसका कोई जवाब नहीं है। सरधना में विधायक संगीत सोम के प्रति नाराजगी की खबर संगठन को पहले से थी, लेकिन इसकी भनक पार्टी को कैसे नहीं लगी? जबकि जिलाध्यक्ष विमल शर्मा सरधना में लंबे समय तक ब्लाक प्रमुख रह चुके हैं।

इनका कहना है

कार्यकर्ताओं ने कड़ी मेहनत की, और प्रत्याशियों को रिकार्ड वोट मिले। चुनाव में हार-जीत के कई अन्य पहलू होते हैं। कहां कितने वोट मिले, इस आधार पर प्रदेश इकाई को पूरी रिपोर्ट भेजी जाएगी। भितरघातियों पर कार्रवाई होगी।