(www.arya-tv.com) रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा उप-चुनाव में मिली हार के बाद समाजवादी पार्टी और खास तौर पर अखिलेश यादव के लिए चुनौतियां बढ़ती जा रही है। पहले चाचा शिवपाल यादव और अब गठबंधन की सहयोगी पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) प्रमुख ओपी राजभर ने राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए उम्मीदवार को समर्थन का ऐलान कर दिया है। पिछले दिनों ओपी राजभर बीजेपी की तरफ से एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की डिनर पार्टी में शामिल हुए थे। हालांकि डिनर पार्टी के बाद जब सपा महासचिव राम गोपाल यादव से सवाल पूछा गया था तो उन्होंने कहा था कि डिनर खाने जाना कोई बुरी बात तो नहीं है। उन्होंने ये भी कहा था कि हमें उम्मीद है कि राजभर हमारा ही साथ देंगे।
दूसरी तरफ शिवपाल यादव पहले ही द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का ऐलान कर चुके हैं। शिवपाल यादव ने कहा था कि जो उनके पास पहले वोट मांगने आएगा वो उसे समर्थन दे देंगे। उन्होंने ये भी आरोप लगाया था कि समाजवादी पार्टी ने राष्ट्रपति चुनाव को लेकर ना कोई बात की और ना कोई समर्थन मांगा। बाद में शिवपाल यादव ने द्रौपदी मुर्मू को समर्थन का ऐलान कर दिया। उसी तरह अब राजभर भी समाजवादी पार्टी को ठेंगा दिखाते हुए एनडीए उम्मीदवार का समर्थन कर रहे हैं।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से ओपी राजभर और अखिलेश यादव के बीच तल्खियां खुलकर सामने आ गई है। उपचुनाव में मिली हार के बाद से ओपी राजभर अखिलेश यादव पर लगातार हमला कर रहे हैं। उन्होंने अखिलेश यादव के बारे में कहा था कि उनके पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद से सपा कोई चुनाव नहीं जीती है। यही नहीं, राजभर ने ये भी कहा था कि अखिलेश यादव सिर्फ इस वजह से सीएम बने थे क्योंकि वो मुलायम सिंह यादव के बेटे हैं। हालांकि ओपी राजभर ने समाजवादी पार्टी से औपचारिक तौर पर गठबंधन खत्म नहीं किया है। माना जा रहा है कि ओपी राजभर चाहते हैं कि अखिलेश खुद गठबंधन खत्म करने की पहल करें।