क्या आप भी सेना में भर्ती होना चाहते है तो चले आइए चंबल घाटी

Agra Zone UP

(www.arya-tv.com) चंबल की माटी की तासीर ही ऐसी है कि खून में गर्मी है। कुछ दशक पहले व्‍यवस्‍था से तंग लोग बीहड़ का रास्‍ता चुनते थे और डकैत बनते थे। अब डकैत नहीं, यहां के युवा फौजी बन रहे हैं। सरहद पर जाकर देश की सीमा की रक्षा कर रहे हैं। जरूरत पड़ी तो प्राण न्‍यौछावर करने से यहां का फौजी कभी पीछे नहीं हटा।

आगरा के नजदीक बाह के तमाम गांवों में सुबह और शाम को आपको युवा सेना भर्ती की तैयारी करते दिख जाएंगे। गांव में लगी चौपालों पर रिटायर्ड फौजी अपनी वीरता के किस्‍से सुनाते नजर आएंगे। इन्‍हीं रिटायर्ड फौजियों का अनुभव युवाओं के काम आ रहा है। वे खुद युवाओं को सेना भर्ती के लिए प्रेरित करते हैं और खुद तैयारी भी कराते हैं।

आगरा जिले की बाह तहसील आबादी चार लाख के करीब है। तहसील क्षेत्र में 207 गांव में तीन हजार से अधिक भूतपूर्व सैनिक रहते हैं। चार हजार से अधिक की संख्या में जवान सेना की तीनों विंग में तैनात हैं। इनमें सैनिक से लेकर कर्नल तक रैंक के लोग शामिल हैं। यहां तक कि रिटायर्ड वायु सेना प्रमुख राकेश सिंह भदौरिया का गांव कोरथ भी बाह तहसील में ही स्थित है। हर घर में फौजियों की वर्दियां और मेडल टंगे हैं। होश संभालते ही यहां का बच्चा सुबह -शाम दौड़ना शुरू कर देता है। लंबी कूद, कसरत इनकी दिनचर्या में शामिल है।