हर उम्र में फिट और हेल्दी रहने के लिए रोज करें ये 5 योगासन

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(www.arya-tv.com) नियमित रूप से याेगाभ्यास करके प्रत्येक व्यक्ति हमेशा स्वस्थ रह सकता है। याेग आपकाे बीमारियाें से मुक्त रखता है और इस आपकी आयु में वृद्धि करने में भी सहायक हाेता है। और हमेशा फिट रहने के लिए करें ये 5 योगासन।

1. कुंडलिनी याेग (Kundalini Yoga)

अगर आप शारीरिक और मानसिक दाेनाें तरह से एकदम स्वस्थ रहना चाहते हैं, ताे कुंडलिनी याेग आपके लिए बेहद फायदेमंद हाे सकता है। कुंडलिनी शब्द एक संस्कृत शब्द है, यह जीवन शक्ति ऊर्जा काे दर्शाता है।

इसे प्राण के रूप में भी जाना जाता है। कुंडलिनी याेग तनाव और नकारात्मकता काे दूर करने में सहायक हाेता है। इस याेग में वार्म-अप, सांस लेने वाले व्यायाम और ध्यान शामिल हैं। नियमित रूप से इस याेग काे करने से आपकाे काफी अच्छा महसूस हाेगा और आप एकदम स्वस्थ रहेंगे।

2. एरियल याेग (Aerial Yoga)

एरियल याेग मॉडर्न याेग का एक प्रकार है। यह आपकाे फिट और हेल्दी रखने में मदद करतात है। आजकल एरियल याेग फिटनेस के नए क्रेज में से एक है। शुरुआत में इस याेग काे किसी एक्सपर्ट की देखरेख और सलाह पर ही करना चाहिए। यह सभी उम्र के लाेगाें के लिए फुल बॉडी वर्कआउट की तरह काम करता है। इसके अभ्यास से शरीर की मांसपेशियां मजबूत बनती हैं, जाेड़ाें का दर्द ठीक हाेता है। इसमें बॉडी का प्रत्येक हिस्सा मूवमेंट करता है।

3. विन्यसा याेग (Vinyasa Yoga)

खुद काे स्वस्थ और बीमारियाें से मुक्त रखने के लिए आप विन्यसा याेग काे भी अपनी जीवनशैली में शामिल कर सकते हैं। विन्यसा याेग काे प्रवाह याेग के नाम से भी जाना जाता है। विन्यसा याेग, याेग के सबसे सामान्य प्रकाराें में से एक है। इसमें सांस लेने वाले व्यायाम और गति शामिल हाेते हैं।

विन्यसा याेग एक धीमी और गतिशील प्रक्रिया है। अगर आप याेग काे शुरुआती दौर में कर रहे हैं, ताे इसका अभ्यास आपके लिए काफी अच्छा रहेगा। अगर आप अपने जीवन में शांति चाहते हैं, ताे इसका नियमित रूप से अभ्यास कर सकते हैं।

4. हठ याेग (Hatha Yoga)

शरीर काे ताकतवर, लचीला और मजबूत बनाना चाहते हैं, ताे नियमित रूप से हठ याेग का अभ्यास करना बेहद जरूरी हाेता है। साथ ही यह आपकाे भावनात्मक रूप से भी मजबूत बनाए रखता है। इसका अर्थ सूर्य और चंद्रमा हाेता है। हठ याेग 6 आसन, प्राणायाम और ध्यान से मिलकर बनता है। अगर आप एक सौम्य याेग चाहते हैं, ताे इसका संतुलित अभ्यास कर सकते हैं।

5. अष्टांग याेग (Ashtanga Yoga)

अगर आप एक ऐसा शारीरिक अभ्यास चाहते हैं, जो प्रकृति में आध्यात्मिक हो ताे अष्टांग याेग कर सकते हैं। अष्टांग याेग के बारे में आपने जरूर सुना हाेगा। याेग गुरु और ऋषि-मुनि अकसर ही इस याेग का अभ्यास करते हैं।

अष्टांग याेग में 6 आसन शामिल हैं, इन आसनाें काे एक विशेष कम्र से किया जाना जरूरी हाेता है। इन आसनाें काे पहले अच्छी तरह से किसी याेग गुरु से सिखा जाता है, उसके बाद इनका नियमित रूप से अभ्यास किया जा सकता है। यह एक प्रवाह-शैली का याेग है। इसमें आपकाे बिना संगीत के ही याेग करना हाेता है।