- डिजिटल बैंकिंग इस देश की बन चुका है आत्मा: डॉ. दिनेश शर्मा
- पिछले 9 साल में भारत में भी डिजिटलाइजेशन हुआ है तेजी से
- आज अमेरिका से ज्यादा भारत में हो रहा है डिजिटल बैंकिंग
लखनऊ। राज्यसभा सांसद एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि डिजिटल बैंकिंग इस देश की आत्मा बन चुका है। पिछले 9 साल में भारत में भी डिजिटलाइजेशन इतना तेजी से हुआ है कि आज अमेरिका से ज्यादा यहां पर डिजिटल बैंकिंग हो रहा है।
वाणिज्य विभाग लखनऊ विश्वविद्यालय में पुस्तक विमोचन एवं व्याख्यान कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित होकर छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कि जब कुछ नोटो का चलन बन्द कर दिया गया था तब लेाग सोंचते थे कि मुद्रा प्रणाली का क्या होगा। डिजिटल बैंकिंग ने उन सारे प्रश्नों का उत्तर दे दिया हैा करोना के समय डिजिटल लेन देन एक फैशन बना। सांसद शर्मा ने कहा कि इस बार यूनिवर्सिटी में नया प्रयोग हुआ जिसमें विदेशी छा़त्र छात्राओं ने दीपावली मनाई। वास्तव में सांस्कृतिेक गतिविधियों का आदान प्रदान होना चाहिए।
डॉ. शर्मा ने इस अवसर पर विस्तार से बताया कि अपने अनुसंधानों केन्द्र के किन किन विभागों में भेजा जाना चाहिए जिससे देश उनका लाभ ले सके। उन्होंने बताया कि दिसंबर में वे हिंदी संसदीय समिति की बैठक के अंतर्गत भारत सरकार के 22 मंत्रालयों को लखनऊ में बुला रहे हैं।
इस अवसर पर कुलपति लखनऊ विश्वविद्यालय प्रोफेसर आलोक कुमार राय, विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर एसके द्विवेदी, वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर राममिलन, प्रोफेसर राममिलन जी, डॉ. अवधेश कुमार त्रिपाठी, डॉ. अरविंद कुमार, डॉ. अनूप सिंह, डॉ. सुनीता श्रीवास्तव, डॉ. रचना मुज्जू आदि उपस्थित रहे।